भिण्ड, 20 अप्रैल। काली माता मन्दिर नवीन पुल के सामने गौरी सरोवर पर महाशिवरात्रि महोत्सव समिति द्वारा शिव बारात महोत्सव समिति के वरिष्ठ सदस्य गिरजाशंकर शर्मा शास्त्री के असमायिक निधन पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। पं. गिरजा शंकर शास्त्री को समिति के सदस्यों ने चिलोंगा महाराज के सानिध्य में श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर अवधूत जी महाराज ने कहा कि गिरजाशंकर जी अलौकिक व्यक्तित्व के धनी थे, उनकी शब्दावली ही उनकी पहचान थी, उनका असमय चले जाना एक अपूर्णीय क्षती है। श्रद्धांजलि सभा में डॉ. रमेश दुबे ने कहा कि गिरजा जी एक संत पुरुष थे, उन्होंने सनातन के मार्ग पर चल कर जिले को एक नई दिशा दी है, गिरजा शंकर जी को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
श्याम नारायण बाजपेई ने कहा कि गिरजा शंकर जी की पहचान रामलीला के राम के रूप में थी, उनकी यादें अमिट हैं। पुरुषार्थ मिश्रा गुड्डा, साकार तिवारी, सत्येन्द्र पाठक लाल, दीपक दीक्षित, रवि बाजपेई, रवि खटीक, आदित्य दुबे, राजेश दीक्षित, छुटंकी समाधिया, शिवप्रताप सिंह राजावत, श्यामस्वरूप दीक्षित, काली मन्दिर के पुजारी, सभी गणमान्य एवं समाजसेवी उपस्थित रहे। अंत में काली मन्दिर पर सभी ने मोन रख कर ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना की।