पैरालम्पिक में पहली बार पदक जीतने वाले कपिल परमार का भोपाल में हुआ सम्मान

पैरालम्पिक में पहली बार पदक जीतने वाले कपिल परमार का भोपाल में हुआ सम्मान

भोपाल 13अक्टूबर:- कपिल परमार जिले का ऐसा नाम है जिसने पेरिस में आयोजित पैरालिम्पिक प्रतियोगिता में कांस्य पदक हासिल करके प्रदेश का नाम अंतराष्ट्रीय स्तर पर चमकाया है जूडो में सिद्धहस्त कपिल परमार की दिव्यांगता अपनी जगह है और हौसला अपनी जगह। सीहोर में जन्मे और वही के खेल वातावरण में निखरे कपिल परमार ने बचपन से ही आत्म रक्षा के गुर जूडो का प्रशिक्षण लेकर सीखे और निरन्तर श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पैरालम्पिक में प्रतिभागी बने। उनके प्रदर्शन और पदक की अहमियत इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि चाहे ओलम्पिक खेल हो या पैरालम्पिक भारत के किसी खिलाड़ी ने जुडो में पहली बार कोई अंतरराष्ट्रीय पदक जीता है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने अपने उद्गार व्यक्त किए एवं आज भोपाल में जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजीव गुजराती,पूर्व विधायक शैलेन्द्र पटेल, प्रदेश कांग्रेस महासचिव कैलाश परमार, जिले की ही एवरेस्ट विजेता पर्वतारोही मेघा परमार,पूर्व पार्षद नरेंद्र कुशवाह,गणेश तिवारी,मनीष मेवाड़ा आदि की उपस्थिति में पैरालम्पिक जूडो कांस्य पदक विजेता कपिल परमार का सम्मान किया। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के महासचिव कैलाश परमार ने कहा कि जिले में प्रतिभाओं की कमी नही है। कपिल परमार का सुयश उनकी मेहनत का परिणाम है वही एवरेस्ट विजेता मेघा परमार ने भी दुनिया की सभी सर्वोच्च पर्वत चोटियों को फतह किया है। सीहोर जिले के ही बच्चे प्रीति परमार और चेतन परमार ने भी हाल ही में यूरोप की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एलब्रुस पर सबसे कम उम्र में चढ़ कर भारत का परचम फहराया है। जिले के बच्चों की यह उपलब्धि सम्पूर्ण देश प्रदेश के साथ ही भोजवंशीय परमार समाज के लिए भी गौरव की बात है। कपिल परमार ने इस अवसर पर कहा कि जीतू भाई ने अपने खेल मंत्री के कार्यकाल में मुझे सहायता उपलब्ध कराई उनके प्रोत्साहन को में कभी भुला नहीं सकता।