पोषण सप्ताह अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों का हो रहा है आयोजन

-भिण्ड ग्रामीण, गोरमी में आंगनबाडी कार्यकर्ताओं द्वारा तैयार किया गया पोषण मटका

भिण्ड, 25 सितम्बर। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के मार्गदर्शन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय कुमार जैन के निर्देशन में पोषण सप्ताह अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन संपूर्ण जिले में कराया जा रहा है। इसी क्रम में भिण्ड ग्रामीण, गोरमी में आंगनबाडी कार्यकर्ताओं द्वारा परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक के निर्देशन में पोषण मटका तैयार किया गया।
पोषण मटका को स्पष्ट करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय जैन बताया कि पोषण मटका से तात्पर्य है कि आंगनबाडी क्षेत्र अंतर्गत रहने वाले समस्त नौनिहाल बालक, बालिकाएं, किशोरी बालिकाएं, किशोर बालक, गर्भवती माता, महिलाएं को उचित एवं संतुलित पोषण आहार मिल सके उसकी जानकारी हो उसके लिए वह जागरूक हो और स्थानीय स्तर पर जो भी उनके पास अनाज, सब्जियां, मिलेट्स उपलब्ध हैं उनको किस तरह से उपयोग किया जाए, जिससे अधिक से अधिक ऊर्जा का अवशोषण शरीर द्वारा किया जा सके। उन्होंने बताया कि इन सभी का प्रमुख उद्देश्य यह है कि किस प्रकार से कम संसाधनों में अधिक से अधिक इनका दोहन कर अधिक से अधिक स्वास्थ लाभ लिया जा सके। आखिर जब बच्चा स्वस्थ होगा, किशोरी स्वस्थ होगी तो महिला स्वस्थ होगी और आगे आने होने वाला बच्चा भी स्वस्थ होगा इसी धारणा को केन्द्र में रख कर ही पोषण माह में विभिन्न गतिविधि आयोजित कराई जा रही है, जिसमें किशोरियों के बीच स्पर्धा का आयोजन कराया जाता है, बालकों के बीच उनका वजन लिया जाता है, लंबाई ली जाती है, इसी प्रकार से धात्री माता के बच्चों का वजन गर्भवती का वजन इस प्रकार से विभिन्न मनोरंजनात्मक गतिविधि आयोजित की जाती हैं और जिनका अच्छा वजन होता है, जो स्वस्थ होते हैं उन्हें पुरस्कार दिया जाता है, साथ ही पुरस्कार प्राप्त करने वाले बालक, किशोरी, महिला स्वयं की दिनचर्या सभी के साथ साझा की जाती है कि किस प्रकार से उन्हीं के बीच में रहने वाली महिला, किशोरी स्वस्थ हैं, लेकिन अन्य सामुदायिक लोग इतने स्वस्थ नहीं हैं।

बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सेना ने बताया कि पोषण माह के साथ-साथ भारत सरकार की संकल्प हब की गतिविधि भी चल रही हैं, जिसका प्रमुख उद्देश्य महिला सशक्तिकरण है, हब के अनुसार भारत सरकार की 100 दिन से गतिविधियां निर्धारित कैलेंडर अनुसार आयोजित की जा रही हैं, संकल्प हब और जिला हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वीमेन का प्रमुख उद्देश्य महिलाओं के संबंध में विभिन्न नियमों और कानून, अधिकारों से महिलाओं को जागरुक करना है, इसके लिए जिला अंतर्गत छोटे-छोटे स्तरों, आंगनबाडी स्तरों, सेक्टर स्तर, परियोजना स्तर पर महिलाओं से संबंधित कानून के संबंध विभिन्न सत्र आयोजित किए जा रहे हैं, घरेलू हिंसाओं से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम, कार्य स्थल पर महिलाओं का लैंगिक उत्पीडन अधिनियम, पोक्सो एक्ट बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम की विस्तार से जानकारी दी जा रही है।
उन्होंने बताया कि उक्त कानूनों के उल्लंघन पाए जाने पर अधिनियम के तहत उसकी शिकायत किस प्लेटफार्म पर करनी है, कहां पर करनी है। उन्होंने चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, महिला हेल्पलाइन 1090 की भी जानकारी दी, ताकि कोई व्यक्ति भौतिक दूरी तय करने में असमर्थ है तो इन प्लेटफार्म के माध्यम से भी शिकायत कर सकता है, साथ ही बच्चों के लिए पॉक्सो ई-बॉक्स की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हब का प्रमुख उद्देश्य है कि महिला स्वयं के प्रति जागरुक हो उसको विभिन्न योजनाओं से जोडकर किस प्रकार से सशक्त बनाया जा सकता है, पहले महिला एवं बाल विकास विभाग की विभिन्न योजनाएं लाडली लक्ष्मी योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम, जैसे प्रमुख कानून को समझ सकें और स्वयं को सशक्त बनाएं।