रेजिडेंट/ जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन ने किया धरना प्रदर्शन

रविन्द्र बौहरे

ग्वालियर, 16 अगस्त। पश्चिम बंगाल में हमारे सहकर्मियों और हमारे देशभर के रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ एकजुटता दिखाते हुए सेंट्रल आर/ जेडीए अनिश्चितकालीन हडताल जारी रखने की घोषणा की है और पैन वेस्ट बंगाल जनरल बॉडी मीटिंग में उठाई गई सभी मांगों का समर्थन किया है। इसी तारतत्य में रेजिडेंट/ जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन जीआर मेडिकल कॉलेज एवं जेए हॉस्पिटल ग्रुप ग्वालियर के जूनियर डॉक्टरों ने धरना प्रदर्शन किया।

जूनियर डॉक्टरों की मांग है कि अगले 48 घण्टों के भीतर उचित सबूतों के साथ सभी दोषियों की गिरफ्तारी और जांच एजेंसी यानी बीआई से इसकी पुष्टि करते हुए आधिकारिक रिहाई और लिखित घोषणा हो। लिखित माफी और उच्च अधिकारियों के इस्तीफे का आदेश (पूर्व प्राचार्य, एमएसवीपी के डीन छात्र मामले, एचओडी, चेस्ट मेडिसिन, सहायक आरजीकेएमसीएच में उस दिन अधीक्षक ड्यूटी पर थे) और उन्हें कुछ भी करने से रोका जाना चाहिए। उनकी सेवा अवधि की शेष अवधि के लिए किसी संस्थान में प्रशासनिक या आधिकारिक पद, इन उपर्युक्त मांगों पर स्वास्थ्य को आधिकारिक रूप से नजर रखनी होगी। अगले 48 घण्टों के भीतर भवन, साथ ही हम स्वास्थ्य के आदेश का भी पालन नहीं करते हैं। आरजीकेएमसीएच के पूर्व प्राचार्य को सीएनएमसीएच के प्राचार्य के रूप में बहाल करने और आरजीकेएमसीएच के छात्र मामलों के पूर्व डीन को क्रमश: एसकेएमसीएच के एमएसवीपी के रूप में नियुक्त करने के संबंध में भवन। हाईकोर्ट से अपील कि वह अपराध स्थल को तुरंत सील करने का आदेश दे, किसी की जान जाने पर कोई मुआवजा नहीं दिया जा सकता। हालांकि, उसके माता-पिता होने चाहिए। सरकार द्वारा आजीवन सहायता के साथ वित्तीय मुआवजा प्रदान किया गया, जिसकी तुरंत घोषणा की जानी चाहिए। सभी मेडी एआई कॉलेजों में पर्याप्त कार्यस्थल सुरक्षा उपायों का कार्यान्वयन स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं सीसीटीवी, सुरक्षा गार्ड पुरुष और महिला, पुलिस पिकेटिंग सहित और गश्त, कॉल रूम पर उचित तत्काल प्रभाव से की जाए। कोलकाता में मेडिकल छात्रों और जूनिग डॉक्टरों पर हुए क्रूर हमले के लिए सार्वजनिक माफी मांगे। पुलिस कमिश्नर को सख्त आवश्यक और तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। डिजिटल मानहानि जो सोशल मीडिया पर प्रसारित की जा रही है। सभी वरिष्ठ रेजिडेंट, सेवारत पीजी रेजिडेंट, प्रशिक्षु और यूजी छात्र भी हडताल में शामिल हैं। हडताल जारी रहने तक सभी शैक्षणिक और शिक्षण गतिविधियां निलंबित रहेंगी। हम केवल नियमित सेवाएं बंद कर रहे हैं, आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी।
धरने पर बैठने वाले चिकित्सकों में डॉ. नारायण हरि शर्मा, डॉ. आरकेएस धाकड (डीन), डॉ .सुधीर सक्सैना (अधीक्षक) मुख्य समन्वयक, डॉ. संदीप सिंह जादौन, डॉ. धर्मेन्द्र जादौन, डॉ. अभिषेक भार्गव, डॉ. जय शर्मा, डॉ. हेमंत सिंह, डॉ. अनुपम पाण्डे, डॉ. राहुल नायक, डॉ. प्रशांत अग्रवाल, डॉ. पवन सिंह, डॉ. रश्मी दीक्षित, डॉ. विपिन मीना, डॉ. मनोरमा यादव, डॉ. राकेश फौजदार, डॉ. उत्कर्ष त्रिपाठी, डॉ. आनंद शर्मा, बालिका प्रतिनिधि डॉ. वागीशा तिवारी, डॉ. रूफिना पार्क, डॉ. गरिमा अग्रवाल, डॉ. संदीप जादौन, जेआर प्रतिनिधि डॉ. शिवम पचौरी, डॉ. देवासकर मिश्र, डॉ. ऋषि पटेल, प्रशिक्षु प्रतिनिधि तथा प्रतिनिधि डॉ. रोबिन राठौड, डॉ. शैलेन्द्र पाण्डे, डॉ. जितेन्द्र चौहान, डॉ. सचिन यादव, डॉ. शांतनु, डॉ. राहुल सिंगला, डॉ. आर्यन धौलिया, डॉ. अभिषेक यादव, डॉ. आदित्य खरे, उपाध्यक्ष यतेन्द्र सिंह, नरेन्द्र मिश्रा, मुख्य सलाहकार डॉ. नवीन शर्मा इत्यादि मौजूद थे।