22 गांवों की बिजली गुल, पांच दिन से अंधेरे में जिंदगी गुजारने को मजबूर लोग

भिण्ड, 02 फरवरी। गोहद जनपद अंतर्गत आने वाले ऐंचाया फीडर के 22 गांव के लोग पांच दिन से अंधेरे में जीवन जीने को मजबूर हैं।
यहां बता दें कि गोहद ग्रामीण में आने वाले फीडर ऐंचाया की बिद्युत कट होने की वजह से क्षेत्र के 22 गांवों में अंधेरा छाया हुआ है। जिससे छात्रों की पढ़ाई तो प्रभावित हो ही रही है, साथ ही किसान खेतों में खड़ी फसल में पानी नहीं दे पा रहे हैं, जिससे उनकी फसले खराब हो रही है। साथ ही विद्युत से चलने वाले उपकरण व लोग सांसारिक जानकारी व मनोरंजन की दुनिया से वंचित हैं। विद्युत विभाग के अधिकारियों से बात करने पर जवाब दिया जाता है कि सप्लाई भोपाल के आदेश पर बंद की गई है, क्योंकि इस फीडर पर 10 प्रतिशत भी बिल जमा नहीं किए जा रहे हैं। जब की मप्र सरकार कहती है कि ये सरकार गरीबों की सरकार है, फिर भी उनके भांजे-भांजियां अंधेरे में जीवन जीने को मजबूर हैं। साथ ही इसी महीने बोर्ड परीक्षा भी होने वाली है, जिससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, ग्रामीणों को आटा पिसाने 20 किमी गोहद आना पड़ रहा है। प्रभावित 20 गांव सिसोनियां, बरथरा, बंधा बरथरा, रमनपुरा, बांकेपुरा, बड़ागर, जियाजीपुर, कमलापुर, आलोरी, ऐंचाया, पिपरौली, माताकापुरा, चंदूपुरा, पारसेन, बंजारे का पुरा, बागुली का पुरा, रूरी का पुरा, कठबांहाजी, चक झाबलपुरा, झाबलपुरा, कंबाजिया का पुरा, घेटरन का पुरा, रुड़कापुरा आदि यहां लोग मोबाईल फोन चार्ज करने गोहद या मालनपुर जाने को मजबूर हैं।

इनका कहना है-

गांवों में बिजली न होने से आवश्यक कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
प्रमोद शर्मा, रमनपुरा
अगर कोई बिल जमा नहीं कर रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई कर बिजली कट करने का क्या तरीका है।
पाटीदार, कठुवां गुर्जर
इस फीडर पर विद्युत प्रवाह अवरुद्ध करने का कारण उपभोक्ताओं द्वारा बिल राशि जमा नहीं किया है, यहां 10 प्रतिशत भी राशि जमा नहीं की गई है।
प्रबंधक, मप्र मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी, गोहद