भिण्ड, 19 अक्टूबर। सड़क पर रहने वाले बच्चों के पुनर्वास हेतु नीति-2022 तैयार की गई है। इस नीति का उद्देश्य जोखिमपूर्ण परिस्थितियों में रहने वाले बच्चों की पहचान, उनकी सामाजिक परिस्थितियों का आंकलन कर प्रत्येक बच्चे के संरक्षण, भरण, पोषण, शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार मूलक प्रशिक्षण दिए जाने हेतु समंवित प्रयास कर उसे समाज की मुख्य धारा में लाना है।
कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस द्वारा बच्चों के चिन्हांकन हेतु गठित दल में प्रभारी श्रम पदाधिकारी अशोक पाठक मो.9340414368, आईसीडीएस महिल बाल विकास के समस्त परियोजना अधिकारी, बाल संरक्षण अधिकारी मबावि अनिल कुमार शर्मा मो.8889800610, आउटरीच कार्यकर्ता मबावि अनुरुद्ध शर्मा मो.9039073297, आउटरीच कार्यकर्ता मबावि दीपेन्द्र शर्मा मो.9399075933, एएसआई प्रभारी एसजेपीयू रामनारायण सुमन मो.7049135982, आरक्षक एसजेपीयू मुन्नासिंह नरवरिया मो.9926251309 एवं आरक्षक एसजेपीयू योगेन्द्र सिंह बब्बर मो.7049120185 को शामिल किया गया है। उक्त दल द्वारा प्रति शुक्रवार अथवा आवश्यकता अनुसार जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जोखिमपूर्ण परिस्थितियों में सड़क पर रहने वाले बच्चों के चिन्हांकन की कार्रवाई करेगा। चिन्हित बच्चों को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करेगा। उसके पश्चात बच्चे का डाटावेस तेयार कर नीति में उल्लेखित प्रावधान अनुसार पुनर्वास की कार्रवाई पूर्ण करेगा।
एकल खिड़की की स्थापना
कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने सड़क पर रहने वाले बच्चों एवं उनके परिवार की सहायता हेतु एकल खिड़की की स्थापना की है। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग भिण्ड लहार चुंगी न्यू कलेक्ट्रेट द्वितीय तल जिला भिण्ड पर एकल खिड़की की स्थापना की है, जिसमें बाल संरक्षण अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग भिण्ड अजय सक्सैना मो.966927842 को नियुक्त किया गया है। इस एकल खिड़की पर 18 वर्ष तक की आयु के बच्चों की समस्या एवं सहायता हेतु आवेदन एवं सूचनाएं प्राप्त की जाएंगी। बच्चे स्वयं अथवा उनके लिए कोई अन्य व्यक्ति उपस्थित होकर अथवा तालिका में उल्लेखित संपर्क सूत्र 9669278420 पर समस्या व संबंधित जानकारी दे सकेगा।






