श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता की कथा सुनकर भावुक हुए श्रोतागण

भिण्ड, 09 मार्च। आलमपुर कस्बे के समीप ग्राम सिमिरिया में हनुमान जी के मन्दिर पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम दिन कथा वाचक पं. श्री सतीश कौशिक महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा जी की मित्रता की सुन्दर कथा का वर्णन किया।
उन्होंने कहा कि सुदामा के आने की खबर पाकर द्वारिकाधीश भगवान श्रीकृष्ण दौड़ते हुए दरवाजे पर पहुंचे और अपने बाल सखा सुदामा से लिपटाकर जल भरे नेत्रों से उनका हालचाल पूछने लगे। उन्होंने गरीब सुदामा के फटे कपड़े नहीं देखे बल्कि मित्र की भावनाओं को देखा। भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता की कथा सुनकर श्रोता गण भावुक हो गए और उनकी आंखों में आंसू छलक आए।


ग्राम सिमिरिया में हनुमान जी के मन्दिर पर श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन युवा भाजपा नेता धर्मेन्द्र शर्मा द्वारा कराया गया है। जिसमें परिक्षित उनकी माताजी श्रीमती शारदा-अशोक कुमार शर्मा को बनाया गया है। ग्राम सिमिरिया में हनुमानजी के मन्दिर पर कथा श्रवण करने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की हर जबरदस्त भीड़ उमड़ी है। कथा प्रारंभ तीन मार्च से प्रतिदिन ग्रामीणों द्वारा विशाल भण्डारा चलता रहा जिसमें हजारों लोगों ने प्रसादी ग्रहण की। बुधवार को कथा का समापन हो गया है और गुरुवार को श्रीमद् भागवत कथा का विशाल भण्डारा आयोजित किया जाएगा। कथा स्थल पर बीते मंगलवार की रात में खाटू श्याम बाबा का भव्य दरवार सजाया गया और बाहर से आए कलाकारों द्वारा खाटू श्याम बाबा के शानदार भजन प्रस्तुत किए गए। खाटू श्याम बाबा के दरबार में दर्शनार्थियों की भीड़ लगी रही। श्याम बाबा के भजनों को सुनकर श्रोता झूम उठे। भजनों का कार्यक्रम देर रात तक चला और कार्यक्रम समापन के पश्चात प्रसाद वितरण किया गया।