भिण्ड, 26 जून। लोकतांत्रिक देश भारत मे इन्दिरा गांधी ने उस समय अंग्रेज और मुगलों के अत्याचारों को भी पीछे छोड़ दिया। इन्दिरा जी ने अपनी प्रधानमंत्री पद की कुर्सी बचाने के लिए लोकतंत्र पर कुठाराघात किया था और आपातकाल के नाम पर निरपराध लोगों को जेल में डलवा दिया था। यह बात
मेहगांव विधानसभा क्षेत्र के रौन मण्डल के ग्राम गोरई में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक भारद्वाज ने भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक पूरे 21 माह तक पूरा भारत एक महिला की जिद और अहंकार की भेंट चढ़ कर रह गया था। यह काल पूरे भारतीय इतिहास में इसीलिए दुर्भाग्यशाली माना जाता है। क्योंकि इस युग में आंतरिक सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत संपूर्ण भारत में राष्ट्र भक्त कार्यकर्ताओं को नजरबंद किया गया था। इस दौरान रौन मण्डल अध्यक्ष अवधेश बघेल, सुरेन्द्र चौहान, मनोज पाठक के अलावा रौन मण्डल के अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।
मीसा बंदियों का किया सम्मान
कार्यक्रम के मुख्यातिथि अशोक भारद्वाज ने इस मौके पर क्षेत्र के मीसा बंदियों का शॉल और श्रीफल देकर सम्मान किया।