नशा निवारण दिवस पर उत्कृष्ट विद्यालय में वेबीनार आयोजित
भिण्ड, 26 जून। नशा एक सामाजिक बुराई है, इससे हमे न सिर्फ बचना चाहिए बल्कि इसकी जागरुकता के लिए भी निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। यह बात सामाजिक न्यास एवम नि:शक्तजन कल्याण विभाग भिण्ड के डिप्टी डायरेक्टर एसबी शर्मा ने कही। वे उत्कृष्ट विद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा आयोजित एक वेबीनार में बोल रहे थे। इस अवसर पर एक्सीलेंस स्कूल के प्राचार्य पीएस चौहान, जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह भदौरिया, समाजसेवी डॉ. शैलेन्द्र सिंह परिहार, शशिकांत शर्मा एवं विधिक सेवा प्राधिकरण के पैरालीगल वॉलेंटियर शैलेन्द्र परमार सहित कई समाजसेवी संगठनों के प्रतिनिधि और दो दर्जन से अधिक बच्चे शामिल हुए। कार्यशाला का संचालन रासेयो के कार्यक्रम अधिकारी धीरज सिंह गुर्जर ने किया।
वेबीनार में एडिशनल सीईओ जिला पंचायत एवं प्रभारी उपसंचालक सामाजिक न्याय एसपी शर्मा ने कहा कि अब समय आ गया है, हम सब एक साथ नशे के विरुद्ध वृहद अभियान छेड़ें। उन्होंने कहा कि युवा देश का भविष्य है, उन्हें संभालने की जिम्मेदारी हमारी है, उन्हें नशे से दूर रखें। प्राचार्य पीएस चौहान ने कहा कि नशा नाश की जड़ है, हमें स्वयं नशे से दूर रहते हुए समाज को नशामुक्त बनाना है। जिला समन्वयक जन अभियान परिषद शिवप्रताप सिंह भदौरिया ने कहा कि कोविड-19 के दौर में हमने कई अच्छे बातें सीखीं, उसी में हम यह शुमार कर लें कि आज से हम नशा नही करेंगे तथा आस-पास के लोगो को नशे से होने बाले नुक्शान के प्रति जागरुक करेंग।
समाजसेवी डॉ. शैलेन्द्र परिहार ने कहा कि नशा और डिप्रेशन जैसी बीमारी असफलता, अकेलेपन या किसी टेंशन के कारण पनपती है, इन्हें सहानुभूति पूर्वक काउंसलिंग से ठीक किया जा सकता है। हर व्यक्ति को किसी न किसी कार्य में संलग्न रहना चाहिए। खेल एवम योगा नशे से छुटकारा दिला सकते है। अच्छे मनोचिकित्सक से भी सलाह ली जा सकती है। भागवंती बाई शिक्षा प्रसार समिति के सचिव शशिकांत शर्मा ने कहा कि नशा करना और कराना दोनों ही अपराध है। अत: हमें इन दोनों से बचना चाहिए।
ऑनलाइन वेबिनार में छात्र-छात्राओं के बीच नशा मुक्ति और कोविड-19 विषय पर तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता भी करवाई गई, जिसमें दो दर्जन से अधिक छात्रों ने सहभागिता की। प्रतियोगिता दो-दो मिनिट बुलवाया गया, जिसमे संजयदत्त शर्मा प्रथम, स्वप्निल शर्मा द्वितीय एवम ऋतु शर्मा तृतीय स्थान पर रहे। प्रतियोगिता में उच्च माध्यमिक शिक्षक सतेन्द्र सिंह भदौरिया, श्रीमती प्रीति व्यास एवं शशिकांत शर्मा निर्णायक दल के रूप में उपस्थित रहे। संचालन कर रहे धीरज सिंह गुर्जर ने बेबीनार के अंत में नशा न करने का संकल्प दिलाकर सभी उपस्थित अतिथियों का आभार व्यक्त किया। प्रतियोगिता में गुनगुन बघेल, नंदिनी शर्मा, विनीत भदौरिया, दीपक, निकेता, रोहित सिंह, रितु शर्मा, संजय दत्त शर्मा, स्वप्निल शर्म आदि एवं शिक्षक धीरज त्रिपाठी, सुरेन्द्र शर्मा उपस्थित रहे।