भिण्ड, 07 नवम्बर। स्व. दयाराम महते शिक्षा प्रसार एवं समाज कल्याण समिति द्वारा संचालित मनीष विद्यापीठ स्कूल लहार बच्चों को शिक्षा के अलावा अन्य गतिविधियों में भी स्वावलंबी होना सीखता है। जिसमे देश दर्शन टूर का कार्यक्रम विद्यालय हर वर्ष आयोजित करता है। इस कार्यक्रम में बच्चे 5 दिन अपने माता-पिता से दूर शिक्षकों के साथ घूमने जाते हैं और सुबह उठने से लेकर रात्रि सोने तक की सभी गतिविधियां स्वयं ही करते हैं। जिससे उनकी दिनचर्या में भी सुधार होता है।
इसी क्रम में विद्यालय ने देश दर्शन कार्यक्रम पूर्व निर्धारित एक नवंबर को शाम 5 बजे रवाना हुआ। जिसमें विद्यालय प्रांगण में बच्चे अपने अभिभावकों के साथ आए और 2 स्लीपर बसों के माध्यम से करीला धाम, उज्जैन महाकालेश्वर, मां चामुध्डा देवी देवास एवं ओमकालेश्वर के लिए रवाना हुए और टूर का भरपूर आनंद लिया।
सर्वप्रथम विद्यालय का टूर करीला धाम पहुंचा, इस स्थान के बारे में मान्यता है कि माता सीता ने बनवास का समय यही व्यतीत किया और लवकुश को जन्म दिया। इसलिए इस स्थान को लवकुश की जन्म स्थली से भी जोड़ा जाता है। टूर का दूसरा दर्शन उज्जैन में हुआ, जहां पर उज्जैन के प्रमुख स्थान जिसमें संदीपनी आश्रम, भगवान मंगलेश्वर भगवान मंगल ग्रह के नाम से जाने जाते हैं, सिद्धवट स्थान, कालभैरव दर्शन, गढ़ कालिका मन्दिर, बगलामुखी माता मन्दिर, भरथरी गुफा, रामघाट क्षिप्रा नदी, विक्रम टीला, बड़े गणेशजी, महाकाल लोक और उज्जैन में अंत में भगवान महाकाल के दर्शन किए। तीसरे दिन विद्यालय अपने अगले पड़ाव में मां चामुण्डा देवी के दर्शन के लिए रवाना हुआ और देवास पहुंचा जहां पर मां चामुंडा देवी के दर्शन सभी बच्चों ने किए। अंतिम चरण में विद्यालय का टूर भगवान ओमकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन हेतु ओंकारेश्वर के दिए रवाना हुआ। जहां पहुंचकर बच्चों ने मां नर्मदा नदी के दर्शन कर भगवान ओंकारेश्वर महादेव और ममलेश्वर महादेव के दर्शन किए। दर्शन के पश्चात सुबह 8 बजे ओमकालेश्वर से लहार के लिए विद्यालय का टूर रवाना हुआ जो रात्रि 9 बजे लहार पहुंचा। बच्चों में सभी जगह घूमने का उत्साह अलग ही दिख रहा था। सभी बच्चों के अभिभावक समय से पूर्व ही विद्यालय पर बच्चों को लेने पहले से ही उपस्थित थे।







