भिण्ड, 09 सितम्बर। मप्र गौ संबर्धन बोर्ड, पशुपालन एवं डेयरी विभाग भोपाल द्वारा निराश्रित गौवंश के सबंर्धन एवं संरक्षण हेतु स्वावलंबी गौशाला स्थापित करने की योजना प्रारंभ की है। इन आत्मनिर्भर गौशालाओं में निराश्रित गौवंश की क्षमता 5 हजार गौवंश होगी और इनकी स्थापना ‘आत्मनिर्भर गौशालाओं की स्थापना नीति 2025’ के अंतर्गत की जाएगी। इसके लिए जिले के पशुपालन विभाग को 130 एकड़ से अधिक भूमि का आवंटन किया जाएगा तथा भूमि आवंटन के पश्चात गौशालाओं का संचालन कंपनी/ ट्रस्ट द्वारा किया जाएगा।
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव की अध्यक्षता एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुनील दुबे के मार्गदर्शन में भिण्ड जिले में स्वावलंबी गौशालाओं के भूमि चयन एवं भूमि आवंटन का कार्य ग्राम पंचायत पाण्डरी तहसील भिण्ड में पूर्ण हो चुका है। इसके लिए 117 हेक्टर भूमि पशुपालन एवं डेयरी विभाग जिला भिण्ड को आवंटित की गई है। चयनित भूमि की व्यवहार्यता रिपोर्ट भी मप्र गौ सबंर्धन बोर्ड भोपाल को प्रेषित कर दी गई है। स्वावलंबी गौशाला का निर्माण, वित्त, संचालन एवं हस्तांतरण हेतु मप्र गौ सबंर्धन बोर्ड, पशुपालन एवं डेयरी विभाग भोपाल द्वारा निविदा जारी कर दी गई है। इच्छुक कंपनी/ ट्रस्ट निविदा का अध्ययन कर, इस प्रक्रिया में सम्मिलित हो सकते हैं। इसकी विस्तृत जानकारी ई-प्रोक्योरमेंट पोर्टल पर उपलब्ध है। अधिक जानकारी के लिए उप संचालक पशुपालन एवं डेयरी विभाग भिण्ड डॉ. एसएस राठौर के मोबाइल नं.9893102692 पर संपर्क करें।