भिण्ड, 31 मई। मेहगांव नगर के भुमिया सरकार पर अंतर्राष्ट्रीय कथा प्रवक्ता देवी चित्रलेखा के श्रीमुख से चल रही श्रीमद् भागवत महापुराण कथा के चतुर्थ दिवस अमृतमयी कथा श्रवण करने हजारों श्रद्धालु कथा पण्डाल में उपस्थित रहे।
व्यासपीठ की आरती के पश्चात श्रीमद भागवत पुराण के सार को बताते हुए देवी चित्रलेखा ने भगवान श्रीकृष्ण जन्म की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि तीनों लोकों के स्वामी नारायण के जन्म के समय कितनी विपरीत परिस्थिति उत्पन्न हुई। माता देवकी और पिता वासुदेव को जन्म से पूर्व भयंकर संकटों का सामना करना पडा। इसलिए कहा गया है कि अपने कर्मों का फल मनुष्य को भोगना ही पडता है। आज की आरती भूमिया सरकार के महंत भगवती दास महाराज, महामण्डलेश्वर हरिओम दास महाराज, युवा नेता आलोक राकेश शुक्ला ने की।
हजारों लोगों के भण्डारे की व्यवस्था
कथा के पश्चात भुमिया सरकार पर प्रतिदिन हजारों लोगों के लिए एक साथ भण्डारा प्रसादी की व्यवस्था की जाती है। जिसमें एक हजार से भी ज्यादा भुमिया सरकार के लाडले परोसने की व्यवस्था में लगे रहे। पहली बार में ही सभी साधु संतों और महिलाओं को एक साथ भोजन कराया जाता है। जिसके पश्चात पुरुषों को भण्डारा प्रसादी ग्रहण कराई जाती है।