भिण्ड, 30 जुलाई। सूर्या कंपनी के कर्मचारियों हेतु व्यक्तित्व विकास विषय पर आयोजित कार्यशाला के दौरान ब्रह्माकुमारीज मालनपुर की संचालिका ज्योति ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमें अपने व्यक्तित्व के विकास के लिए स्वयं की सोच पर विशेष ध्यान देना होगा। सुबह उठते ही हमें सकारात्मक विचार करना है। मैं स्वस्थ आत्मा हूं, मैं सुरक्षित आत्मा हूं, मैं निश्चिंत आत्मा हूं, मैं महान आत्मा हूं, मैं संपन्न आत्मा हूं, मैं सफल व्यक्ति हूं।
उन्होंने कहा कि जब हम सुबह की शुरुआत अच्छे विचार से करते हैं, तो निश्चित ही हमारे कर्म, व्यवहार, संबंध, संपर्क सभी अच्छे हो जाते हैं। गलती से भी हमें अपने मन में गलत विचार नहीं लाना है और हमें अपने आसपास के हर व्यक्ति के लिए भी शुभकामना रखना है, तभी हम अपने जीवन को खुशहाल जी सकते हैं। इसलिए समय निकालकर परमात्मा से अपना संबंध अवश्य बनाना है। तभी हम शक्ति का अनुभव कर पाते हैं, अन्यथा कमजोरी का अनुभव होता ही रहता है। व्यक्ति, प्रकृति और परमात्मा तीनों से ही हमें सकारात्मक ऊर्जा को लेकर अपने जीवन का विकास करना है। कार्यशाला को आयोजित करने वाले संजय एचआर मैनेजर ने आए हुए सभी कर्मचारी नागरिकों को तनाव से मुक्त रहने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में बामोरकलां से ब्रह्माकुमार मुकेश उपस्थित हुए, साथ ही कंपनी के एचआर डीजीएम शेखर ने कर्मचारियों व अतिथियों का आभार प्रकट किया।