भिण्ड, 31 दिसम्बर। अयोध्या में राम मन्दिर के नवनिर्माण एवं रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में लहार तहसील में स्थित प्रसिद्ध तीर्थ स्थल रावतपुरा सरकार धाम में रविवार को एक दिवसीय भव्य रामार्चा महायज्ञ का आयोजन किया गया। महायज्ञ के दौरान लगभग तीस हजार से ज्यादा श्रृद्धालु धाम में मौजूद रहे।
रावतपुरा धाम में 20 दिसंबर से नौ दिवसीय रामकथा का आयोजन किया जा रहा था। जिसका गत गुरुवार को समापन हो चुका है। उसके बाद एक दिवसीय 108 कुण्डीय रामार्चा महायज्ञ का आयोजन किया गया। महायज्ञ में सागर और बनारस से आए पुरोहितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ 108 वेदियों का पूजन करवाया गया। जिसके बाद राम, लक्ष्मण का सपरिवार पूजन अर्चन किया गया। महायज्ञ के दौरान 108 वेदियों पर सिंगापुर, जर्मनी, फ्रांस, कोलकाता, मुंबई, नागपुर, जबलपुर, इंदौर, केरल सहित भारत के अनेक शहरों के श्रद्धालुओं ने यजमान बनकर राम की पूजा अर्चना की।
रामार्चा के दौरान वैदिक विधि विधानों से वेदी का पूजन किया गया। वैदिक ऋचाओं का सस्वर पाठ कर अभिमंत्रित जल से पूजन किया गया। भगवान भोलेनाथ के सानिध्य में पंच देवताओं का आह्वान कर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के बाद भगवान विष्णु के सहस्त्र नाम के साथ उनका आह्वान किया गया। इस दौरान रविशंकर महाराज ने बताया कि रामार्चा अनुष्ठान वैदिक सभ्यता के सोलह संस्कारों में से एक प्रमुख संस्कार है। रामार्चा सकल ब्रह्माण्ड का पूजन है। ब्रह्माण्ड के प्रत्येक कण में रमा हुआ तत्व है राम।
आतिशबाजी से रोशन हुआ गगन
रावतपुरा सरकार धाम में रामार्चा के बाद पूर्णाहुति के समय जोरदार आतिशबाजी की गई। जिससे रावतपुरा धाम सहित आस-पास का आसमान रंग-बिरंगी रोशनियों से चमक उठा। वहीं आतिशबाजी की तेज आवाज से लगभग दस किमी तक का क्षेत्र गूंज उठा।
आज होगा विशाल भण्डारे का आयोजन
रावतपुरा सरकार धाम में रामार्चा महायज्ञ और नववर्ष के उपलक्ष्य में एक जनवरी को विशाल भण्डारे का आयोजन किया जाएगा। जिसमें लगभग एक लाख से ज्यादा श्रृद्धालु प्रसादी ग्रहण करेंगे।