मार्बल विनायल प्लास्टिक फैक्ट्री में आग लगने से बढ रहा प्रदूषण

भिण्ड, 14 दिसम्बर। औद्योगिक क्षेत्र मालनपुर की उद्योग इकाई मार्बल विनाइल प्लास्टिक बनाने वाली कंपनी के प्रबंधकों द्वारा हर रोज शाम ढलते ही प्लास्टिक कचरे में आग लगवाते हैं। जिससे उसमें निकलने वाले बदबूदार धुआं से राहगीरों को काफी परेशानियां होती है। वैसे तो सरकार प्रदूषण विभाग इस तरह के प्रदूषण फैलाने वाली कंपनियों में आते-जाते देखे जाते हैं। परंतु प्रदूषण करने वाली उद्योग इकाईयों पर अंकुश क्यों नहीं लगाया जाता है। जबकि उद्योग क्षेत्र में उद्योग लगाने से पूर्व शासकीय गाइड लाइन में बिंदुबार सुरक्षा प्रदूषण संबंधी जानकारी दी गई है कि फैक्ट्री से निकलने वाला कचरा फेक्ट्री में नहीं परिसर से बाहर जलाकर नष्ट किया जाता है। क्योंकि प्लास्टिक कचरा जलाते समय इतना तेज और बदबूदार धुआं निकलता है कि आम आदमी का निकलना दुश्वार हो जाता है। इस निकलने वाले धुंआ से मानव जीवन तो छोडो पशु-पक्षियों पर भी बुरा असर पडता है। जिस कारण स्वास्थ्य संबंधी एलर्जी जैसे भयंकर जानलेवा बीमारियों को जन्म देती है। फिर भी दीनदयाल नगर में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ग्वालियर में बैठे वरिष्ठ अधिकारी अपनी कुंभकरण की नींद में सोते रहते हैं। मानव जीवन से खिलवाड करने वाली प्रदूषण फैलाने पर अंकुश ना लगाना खुलेआम उद्योग इकाईयों को छूट दे रखी है। अगर उनसे फोन पर बात करो तो इस संबंध में तो यह कहकर टाल देते हैं कि हमारे पास कोई शिकायत नहीं आई। शिकायत आएगी तो उचित कार्रवाई की जाएगी। सरकार की नीति-नियम क्या यही बताती हैं। शासन से जांच अधिकारी आए और चले गए, परंतु इस उद्योग क्षेत्र में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कोई कार्रवाई नहीं करता। रोज शाम ढलते ही मार्बल विनयल कंपनी के प्रबंधक फेक्ट्री परिसर में आग लगाते हैं। यह उनके रोजमर्रा का कार्य बन गया है। स्थानीय जनता मांग करती है कि इस प्रदूषण को रोका जाए, जिससे होने वाली बीमारियों से छुटकारा मिले।