लापरवाह छात्रावास अधीक्षकों का तीन-तीन दिवस का वेतन राजसात

डिप्टी कलेक्टर की कार्रवाई के बाद लापरवाह अधीक्षकों पर गिरी गाज

भिण्ड, 26 अगस्त। डिप्टी कलेक्टर विजय यादव ने गत दिवस अनुसूचित जाति छात्रावासों का औचक निरीक्षण किया था। जिसमें लापरवाह अधीक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर 24 घण्टे में जवाब मांगा गया था। संबंधितों ने जवाब प्रस्तुत किया। परंतु जवाब संतोष जनक ना पाए जाने पर अधिकारी ने कार्रवाई की।
डिप्टी कलेक्टर विजय यादव ने गत दिवस जूनियर एवं सीनियर बालिका छात्रावास एवं बालक सीनियर छात्रावास मेहगांव का निरीक्षण किया था जिसमें गंभीर लापरवाही देखने को मिली थी दर्ज बालिकाओं एवं वालकों तुलना में उपस्थिती बहुत ही खराब पाई गई ,बच्चों को ना ही मीनू अनुसार खाना मिल रहा है एवं ना सुविधाओं का कोई ध्यान रखा जा रहा है। छात्रावास अधीक्षकों की गंभीर लापरवाही देखने को मिली, जिसमें उनके द्वारा मुख्यालय पर निवास नहीं किया जा रहा है। इसी प्रकार जो राशि छात्रावासों के सुदृणीकरण के लिए दी गई थी उनमें भी लापरवाही प्रथम दृष्टया परिलक्षित हो रही है। जिसकी जांच सक्षम एजेंसियों से कराई जाने की बात अधिकारी ने कही एवं इसी क्रम में डिप्टी कलेक्टर विजय सिंह यादव ने कार्रवाई करते हुए मेहगांव जूनियर सीनियर अधीक्षका श्रीमती रानी प्रीति पवैया एवं उषा सुमन एवं सीनियर छात्रावास रवींद्र तिवारी, एवं मोह छात्रावास अधीक्षक आनंद सिंह कुशवाहा का तीन-तीन दिवस का वेतन राजसात करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही समस्त अधीक्षकों को भी कडे शब्दों में निर्देशित किया है कि समस्त हॉस्टलों का संचालन शासन के नियम अनुसार प्रभावी तरीके से होना चाहिए एवं 31 अगस्त 2023 तक छात्रावासों में समस्त स्वीकृत सीटों के विरुद्ध एडमिशन करना सुनिश्चित करें। जिससे अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं को शासन की मंशा के अनुसार लाभ दिया जा सके कहीं भी लापरवाही की स्थिति यदि पाई जाएगी तो अब गंभीर कारवाइयां होगी एवं शिक्षा विभाग के अधीक्षकों को मूल संस्था में वापस कर दिया जाएगा।