आदिवासी वर्ग के साथ कांग्रेस का पारिवारिक नाता है : मानसिंह

भारत छोड़ो आंदोलन विषय पर संगोष्ठी आयोजित

भिण्ड, 09 अगस्त। प्रदेश कांग्रेस कमेठी के आह्वान पर जिला कांग्रेस द्वारा सोमवार को सर्किट हाउस के पास स्थित मयूर गार्डन में विश्व आदिवासी दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भारत छोड़ो आंदोलन पर एक संगोष्ठी भी हुई।
जिला कांग्रेस के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष मानसिंह कुशवाहा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से ही आदिवासी समुदाय की सामाजिक, आर्थिक एवं राजनैतिक हितों की न केवल सरंक्षक रही हैं बल्कि उनके उत्थान के लिए कांग्रेस की सरकारों ने समय समय पर कार्यक्रम भी चलाए हैं। आदिवासी वर्ग के साथ कांग्रेस पार्टी का पारिवारिक नाता है, वे हमारे वन संपदा और पर्यावरण के प्रथम प्रहरी हैं। विश्व आदिवासी दिवस पर हमारी कांग्रेस सरकार ने उत्सव पूर्ण मानने के लिए अवकाश की घोषणा की थी, जिसे भाजपा सरकार ने रोक दिया है। कांग्रेस पार्टी आदिवासी हितैषी पार्टी रही हैं। इसके साथ ही भारत छोड़ो आंदोलन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान नौ अगस्त 1942 को महात्मा गांधी ने अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन को आवाज दी थी। इसी तिथि को काकोरी कांड हुआ था। ये आंदोलन स्वतंत्रता संग्राम के लिए मील का पत्थर साबित हुए थे। इस आंदोलन से देश के हर कोने का आदमी जुड़ गया था। यही वह दौर था जब अंतिम रूप से भारत छोड़ो की बात सामने आई। महात्मा गांधी ने ‘करो या मरोÓ का नारा दिया था, इसी नारे से भारत छोड़ो आंदोलन का आगाज हुआ।
कार्यक्रम अदिवासी समुदाय के जिला अध्यक्ष शिवसिंह गौड़ एवं उनके साथ दर्शनलाल गौर, रामरतन गौर, चंद्रप्रकाश गौर, गौरव कोरकू आदि को जिला कांग्रेस द्वारा शॉल श्रीफल देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर आदिवासी समुदाय के जिलाध्यक्ष ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष को आदिवासी कविता का चित्र भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान गाकर किया गया। इस मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष जयश्रीराम बघेल, मनोज दैपुरिया, प्रदेश सचिव धारासिंह गुर्जर, वरिष्ठ नेता रामप्रकाश यादव, सेवादल अध्यक्ष संदीप मिश्रा, वरिष्ठ नेता अरविंद अरेले, वीरेन्द्र यादव, प्रदेश महासचिव रेखा भदौरिया, ममता मिश्रा, युवा कांग्रेस अध्यक्ष राजकुमार देशलहरा, बिजेन्द्र सिंह कल्लू, चंद्रभान सिंह राजावत, कार्यवाहक अध्यक्ष इरशाद अहमद, आशीर्वाद शर्मा, मलखान सिंह भदौरिया, रॉकी तोमर, समीर भदौरिया, शिवप्रताप सिंह कुशवाह, राजवीर बघेल, इलियास मोहम्द खान सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।