प्रदीप जैन परिवार आगरा को मंत्र जाप मंगल कलश मिलने का सौभाग्य हुआ प्राप्त
ग्वालियर, 02 अगस्त। संसार के रंग राग में हम इतने व्यस्त हैं कि आत्म कल्याण की बातें भूल चुके हैं, पहले के काल में घर-घर में संस्कार था। गाय, स्वान, गरीब यह सब के लिए रोटी बनती थी, परंतु वर्तमान में क्या यह संस्कार बचे हैं, नहीं बचे हैं। आधुनिक वातावरण में हम सोच रहे हैं, सामग्री हमारे पास ज्यादा है, साधन हमारे पास ज्यादा है तो हम सुखी हैं। सत्य में तो हम साधन सामग्री से सुखी हो रहे हैं, लेकिन पुण्य के क्षेत्र में खाली हो रहे हैं। पाप प्रवृत्तियों में नियंत्रण लाना होगा और पुण्य की प्रवृत्ति में वृद्धि लानी होगी। यह बात श्रमण मुनि श्री विनय सागर महाराज ने साधनमय वर्षयोग समिति एवं सहयोगी संस्था पुलक मंच परिवार ग्वालियर के तत्वावधान में 48 दिवसीय श्री भक्ताम्बर महामएडल विधान के सातवें दिन मंगलवार को माधवगंज स्थित चतुर्मास स्थल अशियाना भवन में धर्मसभा को संबोधित करते हुए कही।
मुनि श्री विनय सागर महाराज ने कहा कि मन में शुभ विचार आता है, उसी समय शुभ विचार का अमल कर देना चाहिए। क्योंकि मन चंचल है, जीवन में किया हुआ छोटा सा भी सुकृत बहुत फलदाई होता है। पुण्य और परमात्मा को की हुई प्रार्थना का फल हमारी सोच से परे है। अत: प्रार्थना और पुण्य के कार्य नित्य कीजिए। छोटी सी चिंगारी को निमित्त नहीं मिलता तो वह शांत हो जाती है। वैसे ही जीवन में पाप प्रवृत्ति पर नियंत्रित कीजिए, अन्यथा पाप प्रवृतियां जीवन में बढ़ती जाएंगी और आत्मा की दुर्गति होगी। मुनिश्री का मंत्र जाप मंगल कलश प्रदीप जैन आगरा परिवार को लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। कमेटी मुख्य संयोजक मनोज जैन कॉलेज, राजेश जैन लाला ने प्रदीप जैन आगरा का दुपट्टा माला पहना कर सम्मानित किया।
इन्द्रों ने किया भगवान जिनेन्द्र का अभिषेक, दीपकों से आरती हुई, श्रृद्धा के साथ चढ़ाए महाअघ्र्य
जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि मुनि श्री विनय सागर महाराज ने मंत्र का उच्चारण कर प्रथम कलश कैलाश चंद्र जैन के साथ इन्द्रों ने भगवान आदिनाथ का अभिषेक जयघोष के साथ किए। मुनिश्री ने मंत्रों का उच्चारण कर शांतिधारा नीरज जैन सीए परिवार ने की। उनके पाद प्रक्षालन एवं शास्त्र भेंट विशंभर नाथ जैन आगरा परिवार ने किए। विधानचार्य विजय कुमार जैन व ज्योतिचार्य हुकुमचंद जैन ने भक्तामर के 48 ऋद्धि-सिद्धि महाकाव्यों मंत्रों के उच्चारण के साथ विधान कर्ता नीरज जैन सीए परिवार सहित अन्य श्रृद्धालुओं ने अष्ट द्रव्य से पूजन कर भजन सम्राट शुभम जैन सैमी के भक्तिमय स्वरों के साथ भगवान आदिनाथ के समक्ष भक्ताम्बर मढऩे पर श्रृद्धा भक्ति से साथ समर्पित किए।
शाश्वर्त तीर्थ सम्मेद शिखर की रचना कर पाश्र्वनाथ मोक्ष कल्याण पर निर्वाण लड्डू चढ़ाएंगे कल
जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि श्रमण मुनि श्री विनय सागर महाराज के चातुर्मास के दौरान चार अगस्त को सुबह सात बजे से जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान पाश्र्वनाथ मोक्ष कल्याण पर सबसे बड़ा जैन तीर्थ सम्मेद शिखर पहाड़ की विशेष रचना कर 20 तीर्थंकरों की पूजा के साथ निर्वाण लड्डू माधवगंज स्थित चातुर्मास स्थल अशियाना भवन में धूमधाम के साथ चढ़ाया जाएगा।