प्रोफेसर द्वारा पक्षपात करने पर आयुक्त ने भेजी जांच टीम

भिण्ड, 16 जून। जिले के शा. एमजेएस स्नातकोत्तर महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई-दो के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. आरए शर्मा पर मुख्यमंत्री युवा संवाद कार्यक्रम में पात्र स्वयं सेवकों को दरगिनार कर पूर्णत: अपात्र छात्रों के नाम भेजने को लेकर कमिश्नर ने दिए जांच के आदेश।
आयुक्त द्वारा भेजी गई जांच टीम कल बुधवार को महाविद्यालय में पहुंची, परंतु बताया गया कि आगंतुक जांचकर्ताओं द्वारा प्राचार्य कक्ष में वार्तालाप न करते हुए रासेयो कक्ष में ही गोपनीय रूप से ही वार्तालाप की गई, जिनमें किन्हीं भी न्याय मांगने वाले स्वयं सेवकों को शामिल नहीं किया गया। बल्कि उस कक्ष में गोपनीय वार्तालाप के समय केवल प्रो. रामअवधेश एवं सौरभ खण्डेलवाल व पासआउट छात्र व हाल ही में इस संस्था से शामिल हुए छात्र थे, बांकी छात्रों को कक्ष से बाहर कर दिया गया। हालांकि अबतक इसका कोई भी हल नहीं निकला है, परंतु जांच में यह देखने को मिला कि जिस छात्र का नाम भेजा गया था उसके दस्तावेजों में प्रमाणपत्रों व प्रमाणीकरण की संख्या पूर्व में हुई जांच की अपेक्षा बड़ी हुई प्राप्त हुई, जिससे छात्रों द्वारा प्रमाणपत्रों व प्रमाणिकरणों के झूठे होने की बात कही जा रही है।
छात्रों का कहना है कि यदि कार्यक्रम अधिकारी के पद पर रहकर इस प्रकार स्मार्ट वर्क करते हुए अपने चहेतों को मनमाने प्रमाणपत्रों का वितरण किया जा रहे है। युवा शर्मा के इस कार्य के बाद कलेक्टर द्वारा भी जांच टीम भेजी गई थी परंतु किन्हीं गोपनीय कारणवश प्राचार्य ने भी उनका समर्थन करते हुए संबंधित विषय को बेबुनियाद व झूठा बता कर जांच बंद करने को कहा गया। जांचकर्ता आज इस विषय पर प्रतिवेदन तैयार कर आयुक्त के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। इन सभी क्रियाओं के बीच बार-बार न्याय मांगने वाले छात्र-छात्राओं को रामअवधेश द्वारा कोर्ट में घसीटने की धमकी दी जा रही है व उनके चरित्र को धूमिल करने का प्रचार-प्रसार लगातार किया जा रहा है। स्वयं सेवकों का कहना है कि रामअवधेश द्वारा कॉल लगाकर एक दूसरे का नाम लेकर स्वयं को मारने-पीटने की अफवाह फैलाई जा रही है, जिससे छात्रों पर गेहरा असर पड़ रहा है।