दंदरौआ महाराज ने किया गौरी वृक्ष बचाओ आंदोलन का समर्थन

वृक्षों का काटना भ्रूण हत्या के बराबर पाप होता है : रामदास महाराज
छात्र-छात्राओं ने समाजसेवियों के साथ मिलकर बनाई मानव श्रृंखला

भिण्ड, 21 मई। गौरी सरोवर पर वृक्षों को नष्ट किए जाने से रोकने के लिए पर्यावरण प्रेमियों एवं समाजसेवियों द्वारा अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। तीसरे दिन शुक्रवार को रात्रि आठ बजे आंदोलनकरियों का समर्थन करने दंदरौआ महंत श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर श्री रामदास जी महाराज धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने वहां पर आंदोलनकारियों से मिलने के उपरांत पत्रकारों से चर्चा की। उसके बाद वृक्षों की आरती करके पूजा अर्चना की।
महंत श्री रामदास महाराज ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा पौधारोपण करना हर मानव का कर्तव्य भी और धर्म भी है। वृक्ष काटना महापाप है, यह भ्रूणहत्या के समान माना जाता है, जो इस कार्य को कर रहे हैं या करवा रहे हैं, हम दंदरौआ सरकार से प्रार्थना करते हैं कि हनुमान जी महाराज उन सभी को सद्बुद्धि देकर उनके मन को बदल दें, जिससे यह लोग वृक्षों को ना हटाकर कोई अन्य रास्ता निकाल सकें, जिससे गौरी सरोवर का सौंदर्यीकरण भी हो जाए और वृक्ष भी बचे रहें। उन्होंने कहा कि हमारा सभी नेताओं और अधिकारियों से भी यही कहना है कि किसी भी परिस्थिति में यह वृक्ष नहीं हटाए जाने चाहिए।
जब महाराज जी ने कलेक्टर से बात की उन्होंने कहा कि पौधों को दूसरे स्थान पर स्थानांतरित किया जा रहा है, महाराज जी ने स्थानांतरित किए हुए पौधों को जाकर निरीक्षण किया, देखा तो अभी तक जितने भी पौधे स्थानांतरित किए गए हैं वह सभी सूखे पाए गए, महाराज जी ने कहा कि यह बड़ा ही दुखद कृत्य हुआ है, संत समाज इसकी घोर निंदा करता है और भगवान से प्रार्थना करते हुए वृक्षों की आरती एवं पूजन किया। उनका साफ कहना था कि जो बाउण्ड्री बन रही है वह वृक्षों के उधर ही बने, जहां पहले से बनी हुई थी।
इसी क्रम में अनिश्चितकालीन धरने के चौथे दिन शनिवार को दोपहर में समाजसेवी एवं पर्यावरण प्रेमियों के साथ छात्र-छात्राओं ने मानव श्रृंखला बनाकर वृक्षों को हटाए जाने का विरोध किया। छात्र इस आंदोलन में अधिक मात्रा में मजबूती के साथ जुडऩा शुरू हो गए हैं, सभी छात्र-छात्राओं का सामूहिक रूप से कहना था कि हम पेड़ों को नहीं हटने देंगे, वृक्षों से ही हमारा जीवन है, वृक्ष हमें हवा, छाया, फल, फूल और ऑक्सीजन देते हैं। हमारे गौरी सरोवर की हरियाली एवं सुंदरता भी इन्हीं वृक्षों से है, यदि यह नहीं रहे तो गौरी वीरान हो जाएगी फिर हम सब लोग घूमने और बैठने के लिए कहां जाएंगे।
धरना एवं मानव श्रृंखला में स्वामी आदित्यपुरी जी महाराज हरिद्वार, वसुंधरा श्रंगार सामाजिक संगठन के अध्यक्ष हरेकृष्ण शर्मा आजाद, विक्रांत दीक्षित, राजबल सिंह राजावत, महेश मिश्रा, रामराज पुरोहित, सतीश राजावत, राजीव दीक्षित, जयदीप सिंह राजावत, धीरज गुप्ता, नितिन दीक्षित, साकेत सक्सेना, मोहित तिवारी, गोपाल सोनी, दीपक मिश्रा, अजय दीक्षित, सोनू बघेल, विजय चौधरी, श्रवण पाठक, राघवेन्द्र सिंह, राघव उपाध्याय, आशुतोष शर्मा, महेशचंद्र गुप्ता, धर्मेन्द्र यादव, अरविंद सोनी, राजेश कुमार शाक्य, सचिन राजावत, कविन्द्र मिश्रा, अरविंद यादव, सेलू सोनी सहित सैकड़ों पर्यावरण प्रेमी शामिल रहे।