लोग पृथ्वी के महत्व को समझें और पर्यावरण को बेहतर बनाएं : कलेक्टर

पृथ्वी दिवस पर 21 सकोरे जन अभियान परिषद को सौंपे

भिण्ड, 22 अप्रैल। हम धरती को माता कहते हैं, कारण है कि इंसान को जन्म भले ही एक महिला देती है, लेकिन उसका पालन पोषण इस पृथ्वी पर होता है, पृथ्वी द्वारा प्रदत्त प्राकृतिक चीजों से वह जीवित रहता है, इंसान जन्म के बाद अपनी माता के बिना रह सकता है, लेकिन पृथ्वी और प्राकृतिक चीजों के बिना वह क्षणभर भी जीवित नहीं रह सकता। इसे मनाने का मकसद यह है कि लोग पृथ्वी के महत्व को समझें और पर्यावरण को बेहतर बनाए रखने के लिए प्रति जागरूक हो। हम फाउण्डेशन सामाजिक संगठन बहुत अच्छा कार्य कर रहा है। यह बात कलेक्टर डॉ. सतीश ने हम फाउण्डेशन द्वारा आयोजित पृथ्वी दिवस कार्यक्रम में कहीं। इस अवसर पर जिला पंचायत अधिकारी जेके जैन, मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजीत मिश्रा, जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह भदौरिया, प्रो. इकबाल अली, प्रो. रामानंद शर्मा, शाखा संरक्षक महेन्द्र चौधरी, जिलाध्यक्ष शैलेश सक्सेना, विपुल सेठ, सचिव योगेश शर्मा, सचिन बघेल, अनंत शर्मा आदि उपस्थित थे।
इस मौके पर जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह भदौरिया ने कहा कि पृथ्वी पर जैसे-जैसे जनसंख्या बढ़ रही है, यहां प्रदूषण प्राकृतिक संसाधनों का दोहन तेजी से बढ़ रहा है, इस असंतुलन के कारण वह दिन अब दूर नहीं जब पृथ्वी पर रहने का स्थान नहीं बचेगा। ऐसे में जरूरी है कि सही समय पर सभी लोग जाग जाएं और अपनी जिम्मेदारियों को समझना शुरू कर दें।


शाखा संरक्षक महेन्द्र चौधरी ने कहा कि पृथ्वी दिवस को हर साल जलवायु परिवर्तन संकट के प्रति जागरूकता फैलाने के तौर पर मनाया जाता है, यह दिन प्रदूषण वनों की कटाई जैसी समस्याओं को जोडऩे का प्रयास करता है। जिलाध्यक्ष शैलेश सक्सेना ने कहा कि पृथ्वी पर जल का होना वरदान है ऐसे में पृथ्वी को बचाने के लिए जल संरक्षण करना बहुत जरूरी है। पानी की बर्बादी के कारण ही भूमण्डल के हालत बिगड़ते जा रहे हैं, इसलिए सभी को ज्यादा से ज्यादा पानी बचाना चाहिए, इसके लिए पानी के अन्य स्त्रोतों पर भी ध्यान देना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में विवेकानंद शाखा एवं गोहद शाखा द्वारा भीषण गर्मी को देखते हुए बेजुबान पक्षियों को दाना पानी हेतु 21 सकोरे जिला कलेक्टर और जन अभियान परिषद को सौंपे गए।