प्राचीन मन्दिरों के जीर्णोद्धार की प्रेरणा बरासों वाले बाबा व आचार्य विराग सागर से मिली

विहसंत सागर महाराज का नगर में हुआ मंगल आगमन

भिण्ड, 28 मार्च। गणाचार्य विराग सागर महाराज के शिष्य मेडिटेशन गुरू विहसंत सागर महाराज, श्रमण मुनि विश्वसूर्य सागर महाराज ससंघ का भिण्ड नगर में मंगल आगमन दुल्हागन से पद विहार करते हुए अटेर रोड से अग्रसेन चौराहा होते हुए महावीर गंज चन्द्रप्रभु दिगंबर जैन मन्दिर में हुआ। इस अवसर पर आचार्य विभव सागर महाराज की शिष्या अर्हमश्री माताजी उपस्थित थी।
मनोज जैन ने बताया कि मप्र शासन के राजकीय अतिथि मेडिटेशन गुरू विहसंत सागर महाराज ने महावीर गंज स्थित धर्मसभा में कहा कि बरासों वाले भगवान महावीर स्वामी एवं गुरू विराग सागर महाराज के आशीर्वाद से प्राचीन जैन मन्दिरों का जीर्णोद्धार कराकर आपके समक्ष आया हूं। 50वां दुल्हागन मन्दिर जो जीर्णशीर्ण हालत में पड़ा था। उसका मात्र 54 दिनों में जीर्णोद्धार, कांच का कार्य एवं वेदी प्रतिष्ठा कराकर आया हूं। चन्द्रप्रभु मन्दिर कमेटी महावीर गंज वालों ने यहां बुलाया, जिसमें मन्दिर के पीछे वाली जगह का निर्णय नहीं हो पा रहा था, वह भी आज पूर्ण हो गया। जिसमें सोनकली पत्नी स्व. महावीर प्रसाद पुत्र महेश जैन, श्रेयांस जैन, जिनेन्द्र जैन ने उस जगह को उचित राशि में मन्दिर को देने के लिए तैयार हुए हैं। इसका भव्य निर्माण कराकर आने वाले समय में चौबीसी बनेगी और पंचकल्याणक भी होगा। इस अवसर पर जगदीश जैन, राजेन्द्र जैन बिल्लू, संजय जैन, राजू जैन, पंकज जैन, विनोद जैन, हरीश जैन, रमेश जैन, मनोज जैन, महावीर जैन, अमित जैन, नरेश जैन, अशोक महामाया, बॉबी जैन सहित अनेक लोग उपस्थित थे।

विहसंत सागर महाराज की उपल्ब्धियां

मेडिटेशन गुरू विहसंत सागर महाराज ने छोटी सी उम्र में कई उपलब्धियां प्राप्त की। 16 वर्ष की आयु में ग्रह त्याग, 19 वर्ष में दीक्षा एवं 11 वर्ष दिल्ली में चातुर्मास, 36 पंचकल्याणक एवं 50 प्राचीन मंदिरों का जीर्णोद्धार, 150 वेदी प्रतिष्ठा, 125 शिखर बनवाए, 500 से अधिक शिखरों पर कलश चढ़वाए एवं स्कूल कॉलेज अस्पताल बनाने के लिए प्रेरणा दे रहे हैं।

बरासों के लिए हुआ विहार एवं द्वार का शिलान्याास

मेडिटेशन गुरू विहसंत सागर महाराज, मुनि श्रमण विश्वसूर्य सागर महाराज ससंघ का श्री 1008 भगवान महावीर स्वामी की समोशरण स्थली अतिशय क्षेत्र बरासों जैन मन्दिर के लिए विहार हुआ, वे लावन के पास रात्रि विश्राम करेंगे। जानकारी देते हुए मनोज जैन ने बताया कि बरासों अतिशय क्षेत्र पर जाने के लिए मार्ग संकेत नहीं था उस मार्ग संकेत के लिए विधायक संजीव सिंह कुशवाह से सकल जैन समाज ने निवेदन किया था। तभी विधायक ने अपनी निधि से नेशनल हाइवे बरासों मार्ग लावन के पास एक मुख्य द्वार बनाने की घोषणा की थी। जिसका सोमवार को शाम छह बजे मेडिटेशन गुरू विहसंत सागर महाराज ने विधि विधान से पूजन कर द्वार बनाने का कार्य प्रारंभ होगा।