नगर एवं शहर कांग्रेस ने नेताजी का दी श्रृद्धांजलि
भिण्ड, 23 जनवरी। शहर और नगर कांग्रेस द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
इस अवसर पर शहर कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. राधेश्याम शर्मा ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत के स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी तथा सबसे बड़े नेता थे। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ लडऩे के लिए जापान के सहयोग से ‘आजाद हिन्द फौज’ का गठन किया था। नेताजी सुभाष चंद बोस द्वारा दिया गया ‘जय हिन्द’ का नारा भारत का राष्ट्रीय नारा है।
शर्मा ने कहा कि सुभाष चंद बोस के मन में देशप्रेम, स्वाभिमान और साहस की भावना बचपन से ही बड़ी प्रबल थी। वे अंग्रेज शासन का विरोध करने के लिए अपने भारतीय सहपाठियों का भी मनोबल बढ़ाते थे। अपनी छोटी आयु में ही सुभाष ने यह जान लिया था कि जब तक सभी भारतवासी एकजुट होकर अंग्रेजों का विरोध नहीं करेंगे, तब तक हमारे देश को उनकी गुलामी से मुक्ति नहीं मिल सकेगी। जहां सुभाष के मन में अंग्रेजों के प्रति तीव्र घृणा थी, वहीं अपने देशवासियों के प्रति उनके मन में बड़ा प्रेम था।
नगर कांग्रेस के अध्यक्ष संतोष त्रिपाठी ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आजादी की लड़ाई में अहम रोल अदा किया और उन्होंने नारा दिया ‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ जो उस समय बहुत अधिक प्रचलन में आया, भारतवासी उन्हें नेताजी के नाम से पुकारते थे, सिंगापुर के टाउन हाल के सामने ‘सुप्रीम कमाण्डर’ के रूप में सेना को संबोधित करते हुए ‘दिल्ली चलो!’ का नारा दिया और जापानी सेना के साथ मिलकर ब्रिटिश व कॉमनवेल्थ सेना से बर्मा सहित इंफाल और कोहिमा में एक साथ जमकर मोर्चा लिया। सुभाष चन्द्र बोस ने आजाद हिन्द फौज के सर्वोच्च सेनापति की हैसियत से स्वतंत्र भारत की अस्थाई सरकार बनाई, जिसे जर्मनी, जापान, फिलीपींस, कोरिया, चीन, इटली, मान्चुको और आयरलैंड सहित 11 देशों की सरकारों ने मान्यता दी थी। जापान ने अंडमान व निकोबार द्वीप इस अस्थाई सरकार को दे दिए। सुभाष उन द्वीपों में गए और उनका नया नामकरण किया।
इस अवसर पर डॉ. वीरेन्द्र भदौरिया, संदीप मिश्रा, बृजेन्द्र सिंह राजावत, रेखा भदौरिया, आशुतोष शर्मा, संजीव बरुआ, विवेक पचौरी, सतपाल अगरिया, बलराम जाटव, चन्द्रपाल परिहार, सुमित शर्मा, जुग्गन दीक्षित, अनीस कुरैशी, अजय शर्मा, रामजी लाल शाक्य, राहुल कुशवाह, नीलम भदौरिया, कमलेश जाटव, विनोद जाटव, आनंद शाक्य, राजवीर खन्ना, दर्शन सिंह तोमर, मनोज जैन मामा, बृजेश जैन, कामिल खान, वीरप्रकाश श्रीवास्तव, राजू लोधी, अरविंद राजावत, सूरजपाल सिंह राजावत, विक्की राजावत, दुष्यंत सिंघई, मोहर सिंह जाटव, सर्वेश यादव, ईशाक खान आदि कांग्रेसी उपस्थित थे।