राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के तहत एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित

प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस भिंड में हुआ कार्यक्रम 

भिण्ड 05 सितम्बर:- प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस भिंड में स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ और राष्ट्रीय स्वयंसेवा इकाई एक के तत्वाधान में राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. आरए शर्मा के मार्गदर्शन हुआ निर्देशन में किया गया। इस एक दिवसीय कार्यशाला का विषय बेहतर जीवन के लिए सही खान पान रखा गया।

कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ के तौर पर महाविद्यालय की प्राणी शास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. आरती शर्मा ने बताया कि हमें अपने दैनिक जीवन में अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए रोजमर्रा की लाइफ में हम लगातार बढ़ते काम के चलते जंक फूड अपनाते जा रहे हैं जो कि हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालते हैं। बेहतर जीवन के लिए सही खानपान में हरी सब्जियां, फल, दालें, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन जैसे मछली, सोयाबीन और पर्याप्त पानी शामिल करें, जबकि फास्ट फूड, जंक फूड, प्रसंस्कृत मांस, अधिक चीनी, नमक और वसा वाले खाद्य पदार्थों से बचें। भोजन को अच्छी तरह चबाकर खाएं, संतुलित आहार लें। विटामिन माइक्रो न्यूट्रिएंट्स हैं जो शरीर में विभिन्न भूमिकाएं निभाते हैं। आवश्यक विटामिन्स जैसे विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन डी और विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स प्राप्त करने के लिए विभिन्न फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और फोर्टिफाइड फूड्स का सेवन करें।

महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. आरए शर्मा ने बताया कि स्वस्थ आहार अपनाने के लिए ज़रूरी नहीं कि आप एक ही नियम का पालन करें। आपको अपनी पसंदीदा चीज़ों को पूरी तरह से त्यागने, या एकदम से बड़े बदलाव करने की ज़रूरत नहीं है। फाइबर पाचन स्वास्थ्य को बनाए रखने, कब्ज को रोकने और हृदय रोग और डायबिटीज जैसी पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करने के लिए महत्वपूर्ण है। साबुत अनाज, फल, सब्जियां, दालें, नट्स और बीजों का सेवन करके फाइबर का सेवन बढ़ाएं।

प्रो राजेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि विटामिन, खनिज, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट जैसे पोषक तत्व शरीर के समुचित कार्य के लिए आवश्यक हैं। ये विकास में सहायक होते हैं, ऊतकों की मरम्मत करते हैं और शारीरिक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करते हैं। उचित पोषण दैनिक गतिविधियों के लिए आवश्यक ऊर्जा प्रदान करता है। एक संतुलित आहार में शरीर के विकास, स्वस्थ रहने और रोगमुक्त रहने के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में होते हैं। अच्छा पोषण वजन नियंत्रण को भी प्रभावित करता है। एक संतुलित आहार मोटापे को रोकने में मदद कर सकता है, जो हृदय रोग और मधुमेह सहित कई स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ा है।

प्रो. मोहित कुमार दुबे ने बताया कि 2025 की थीम बेहतर जीवन के लिए सही खाएं, लोगों को मौसमी और लोकल फूड्स के सेवन पर जोर देती है। यह थीम संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के अनुरूप है, जो सभी के लिए पौष्टिक आहार सुनिश्चित करने पर केंद्रित है। विशेषज्ञों ने जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड्स से बचने की सलाह दी है, क्योंकि ये मोटापा, हार्ट डिजीज और डायबिटीज जैसी बीमारियों का कारण बनते हैं। इसके बजाय, प्रोटीन, फाइबर, विटामिन डी और आयरन से भरपूर डाइट लेने की सिफारिश की गई है। संतुलित आहार, समग्र स्वास्थ्य और बीमारियों की रोकथाम की कुंजी है। इस अवसर पर महाविद्यालय का स्टाफ उपस्थित रहा।