-पर्यावरण की प्रांतीय बैठक ऑनलाइन आयोजित
ग्वालियर, 18 फरवरी। विद्या भारती मध्य भारत प्रांत (ग्रामीण शिक्षा) की पर्यावरण विषय की प्रांतीय बैठक ऑनलाइन आयोजित हुई। प्रांत पर्यावरण संयोजक राजेन्द्र सिंह ठाकुर ने बताया कि प्रति दो माह में आयोजित होने वाली इस बैठक में गत दो माह की समीक्षा की जाती है और आगामी दो माह की योजना बनाई जाती है।
विहार के मुंगेर से प्रांत पर्यावरण संयोजक पत्रकार उदयेश रवि कुमार ने अपने उदबोधन में कहा कि पर्यावरण संरक्षण अभियान जन जागरुकता का विषय है। इस अभियान से युवाओं को जोडऩे का सकारात्मक प्रयास किया जाना चाहिए। पौधारोपण,जल संरक्षण में अपनी भूमिका निभा कर अपने विद्यालय गांव को हरित और स्वच्छ बनाकर जन जागरुकता का संदेश दे सकते हैं। उड़ीसा के संबलपुर से गुप्तेश्वर थानापति ने बताया कि गर्मी के मौसम में जल संरक्षण अभियान चलाया जाएगा और पशुओं पक्षियों को पानी के सकोरे की व्यवस्था की जाएगी। विद्यालयों को पन्नी मुक्त बनाना जा रहा है। छात्र भोजन और पानी के पात्र पहले प्लास्टिक के लाते थे उनको जागरूक किया गया परिणामस्वरूप उनके अभिभावकों ने स्टील के लंच बॉक्स और पानी की बोतल उपलब्ध कराई। हिमाचल के कुल्लू से सामाजिक कार्यकर्ता और पर्यावरण मित्र गीतांजलि शर्मा ने प्लास्टिक के उपयोग से हो रहे नुकसान पर विस्तार से जानकारी दी और बताया कि किस प्रकार हम प्राचीन समय में अपने घरेलू और गांव में उपलब्ध वस्तुओं का उपयोग करते थे जिससे स्वास्थ्य संबंधी लाभ प्राप्त होता था। और पर्यावरण का संरक्षण होता था। हम सबको पर्यावरण संरक्षण अभियान में युवाओं की भूमिका का लाभ लेकर उनको आगे करना चाहिए। ताकि समाज को उचित दिशा बोध प्राप्त हो सके।
मध्य भारत प्रांत पर्यावरण संयोजक राजेन्द्र सिंह ठाकुर ने आगामी वार्षिक कार्य योजना तैयार करने हेतु सभी से सुझाव मांगे और प्रांत के सभी जिलों की वार्षिक कार्य योजना मिलकर तैयार करने का अनुरोध किया। इसमें पर्यावरण मित्र एवं सप्त मंडल, ग्राम वासियों को शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि हमारा प्रांत पर्यावरण संरक्षण अभियान में अन्य प्रांतों को मार्गदर्शन देगा। इस ऑनलाइन बैठक में प्रांतीय पदाधिकारी जिला संयोजक और पर्यावरण मित्र शामिल हुए।