मुनियों की विदाई अवसर पर श्रृद्धालुओं की आंखों से छलक पड़े आंसू
मुनिराजों ने ढाई साल में दो बार शहर में किया था भव्य ऐतिहासिक चातुर्मास
ग्वालियर, 05 अप्रैल। रोको रे रोको कोई मुनि को विहार से… जैसे भजनों की प्रस्तुति के साथ श्रृद्घालुओं के आंखों से बहते अश्रु, मन में अपार श्रृद्धा, चातुर्मास के गुणानुवाद, मुनि भगवंतों का उपकार स्मरण! कुछ ऐसा ही भाव पूर्ण माहौल था। मंगलवार को ढाई साल में दो बार कोरोना संकट काल मे ऐतिहासिक चातुर्मास करने वाले वात्सल्य सरोवर राष्ट्रसंत मुनि श्री विहर्ष सागर महाराज, मुनि श्री विजयेश सागर महाराज, मुनि श्री विनिबोध सागर महाराज व ग्वालियर गौरव ऐलक श्री विनियोग सागर महाराज ससंघ का नई सड़क स्थित चंपाबाग धर्मशाला से विदाई कार्यक्रम हुआ। मुनियों की विदाई की इस बेला में श्रृद्घालुओं की नम आंखें से आंसू छलक पड़ीं।
जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन बताया कि इस कार्यक्रम में अभूतपूर्व वर्षायोग समिति एवं जैन मिलन ग्वालियर की ओर से चातुर्मास की समीक्षा व सफलता पर डॉ. वीरेन्द्र गंगवाल, राजेन्द्र जैन, प्रवीण गंगवाल, विनय कासलीवाल, जैन मिलन के अध्यक्ष योगेश बोहरा, पूर्व अध्यक्ष संजीव अजमेर, पंकज बाकलीवाल, पं. चंदप्रकाश जैन, हुकुमचंद जैन, दिनेश जैन ने चातुर्मास के अनुभव पर अपने विचार व्यक्त किए। संचालन विनय कासलीवाल ने किया। भक्तों ने गुरु मुनिराजों मंगल विहार नई सड़क से ट्रांसपोर्ट नगर तक कराया, वहीं रात्रि विश्राम करेंगे।
उड़ चल पंछी हरीभरी डाल से रुको रे रुको मुनि को विहार से… भजनों छलके आंसू
कार्यक्रम में सगीतकर शुभम जैन सेमी ने भजन उड़ चल पंछी हरीभरी डाल से रुको रे रुको गुरु को विहार से… गुरु तुमरे बिन आंगन सुना सुना लगेगा… गुरु की जुदाई से मेरा जीवन में सुना हो जाएगा भजनों पर भक्तों की आखों से आंसू उछल पड़े।
जैन संत बहते हुए पानी की भाति प्रवाह मान होते है : मुनिश्री
मुनि श्री विहर्ष सागर महाराज ने धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जैन मुनि बहते हुए पानी की भांति प्रवाहमान होते हैं। उन्हें धर्म दीपों को प्रकट करने हेतु एक नगर से दूसरे नगर गतिशील रहना पड़ता है। उन्होंने कहा कि सयोंग और वियोग एक ही सिक्के के दो पहलु हैं, कभी संयोग होता है तो व्यक्ति प्रसन्न हो जाता है तथा वियोग होने पर दुखी हो जाता है। साधू भगवंतों के आगमन पर प्रसन्नता तथा प्रस्थान पर मायूसी सहज बात है। मुनिराजों ने सालभर हुई गलतियों के लिए सब से क्षमा याचना की।