– मानव जीवन पर्यावरण व पशु पक्षियों में बना रहता बीमारी फैलने का खतरा
भिण्ड, 07 नवम्बर। औद्योगिक क्षेत्र मालनपुर में संचालित सांई फिटिसिटिक्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी आवारा पशु पक्षी पर्यावरण एवं मानव जीवन के लिए जान का खतरा बनी हुई है। खतरनाक दूषित केमिकलयुक्त कचरा बाहर खुले नाले एवं खुले में फेंका जा रहा है। जो कि पर्यावरण पशु पक्षी एवं मानव जीवन के लिए काफी हानिकारक है।
नगर के लोगों ने बताया कि मालनपुर में सांई फिटिसिटिक्स कंपनी दवाइयां बनाने का कार्य करती है, उसमें कई प्रकार के खतरनाक केमिकलों का उपयोग कर दवाइयां बनाई जाती है। जिसमें निकलने वाला दूषित जहरीला केमिकल रात के अंधेरे में बाहर खुले नालों में छोड़ जा रहा है। जिससे वातावरण की हवा एवं पर्यावरण पशु पक्षी मानव जीवन के लिए अत्यधिक हानिकारक है।
कितना खतरनाक है यह दूषित केमिकल
हमारे द्वारा मौके पर जाकर देखा गया तो वहां पर कैमिकल युक्त कचरा पाउडर जैसा, बारीक भूसी टाइप का था जिसमें से काफी दुर्गंध आ रही थी, वहीं पास ही में नाला था, जिसमें पीएससी रासायनिक चीज डाली हुई थी। इतने खतरनाक केमिकल का पशु तथा मानव जीवन पर कई प्रकार की खतरनाक बीमारियों को न्यौता दे रहे हैं।
मालनपुर उद्योग क्षेत्र में प्रदूषण विभाग की नाकामयाबी
उद्योग क्षेत्र मालनपुर में प्रदूषण विभाग के अधिकारियों की एक्टिविटी ना दिखाने के कारण कंपनियां अपनी मनमानी कर गंदगी व प्रदूषण फैला रही है। अधिकारी अपना कार्य अपनी ड्यूटी सही तरीके से निभाएं तो इस तरह का प्रदूषण कंपनियां कर ही नहीं पाएंगे।
क्या है नियम?
जब फैक्ट्री शुरू की जाती है तो उसमें एटीपी प्लांट लगा होना चाहिए बिना ईटीपी प्लांट के प्रदूषण बोर्ड उस फैक्ट्री को एनओसी भी जारी नहीं करता, इस तरह के प्रदूषण केमिकल को पर्सनल जगह में काफी गहरे गड्ढे कर उसमें दफन कर देना चाहिए। लेकिन प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की अनदेखी की वजह से कंपनी संचालकों के हौसले बुलंद हैं, अगर अधिकारियों द्वारा समय-समय पर जांच की जाए तो प्रदूषण से मुक्ति मिल सकती है।
इनका कहना है:
”इस तरह खुले में दूषित केमिकल डालना मानव जीवन पर श्वांस संबंधी बीमारियां एवं नाक, फेफड़ों मैं जलन पैदा कर सकते हैं, कंपनी से निकलने वाला रसायन पानी के स्त्रोतों को दूषित कर पशु पक्षियों जलीय जीवन को नुकसान पहुंचता सकता है। इस घातक बीमारियां का होने का खतरा है।”
डॉ. मोहनीश तोमर, उप स्वास्थ्य केन्द्र मालनपुर”यदि किसी कंपनी द्वारा खुले में दूषित केमिकलयुक्त कचरा खुले में फिकवाया जा रहा है, तो कर्मचारियों से जांच करवा कर उचित कार्रवाई हेतु प्रदूषण विभाग को लिखित में भेजेंगे।”
रियान अली, सीएमओ मालनपुर







