– राइस मिल गोहद में धरने पर बैठे किसान
भिण्ड, 16 सितम्बर। जिले में जारी खाद संकट तथा बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी तथा मप्र किसान सभा के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने गोहद राइस मिल पर किसानों के बीच बैठकर धरना दिया। कार्यकर्ता हाथों में लाल झण्डे-बैनर लेकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। इस मौके पर सभा को मप्र किसान सभा प्रदेश महासचिव अखिलेश यादव, माकपा नेता एवं गोहद नपा के पूर्व अध्यक्ष प्रेम नारायण माहौर, किसान सभा जिला महासचिव राजेश शर्मा, उपाध्यक्ष राजेन्द्र कुशवाह, किसान नेता बीरेन्द्र कुशवाह ने सभा में अपने विचार व्यक्त किए।
सभा में सभी वक्ताओं ने एकराय होकर खाद सकट के लिए बीजेपी की प्रदेश सरकार को दोषी ठहराया। उन्होंने प्रशासन पर खाद की कालाबाजारी करने का आरोप लगाया। सभी नेताओं ने आरोप लगाकर कर कहा कि कई दिनों से खाद संकट बना है, किसानों की लंबी-लंबी लाइन लगती है, परन्तु पर्याप्त मात्रा में तय कीमत पर किसानों को खाद नहीं मिलता है। अंत में सैकड़ों किसानों ने पैदल यात्रा कर गोहद एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। जिसमें खाद वितरण केन्द्र बढ़ाने, टोकन व्यवस्था सुचारू करने, खाद वितरण केन्द्र पर छाया, पानी की व्यवस्था करने, रकबे के मुताबिक खाद देने, अतिवृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई करने की मांग की।
इसी के साथ कानून व्यवस्था को लेकर भी एसडीएम को ज्ञापन दिया गया, एक प्रति गोहद एसडीओपी को भी दी गई है। जिसमें बरोना में नरोत्तम माहौर को डीजल से जलाने के आरोपी गिरफ्तार करने, करोड़े के पुरा में वर्षा के हत्यारों को गिरफ्तार करने, जुआ-सट्टा रोकने, पुलिस गश्त बढ़ाने, चोरियों पर अंकुश लगाने, सार्वजनिक स्थानों पर पुलिस चौकियां बनाने, वारंटियों की गिरफ्तारी आदि की मांग ज्ञापन में की गई है। माकपा एवं किसान सभा ने चेतावनी देते हुए कहा कि आगामी दिनों में खाद तथा कानून व्यवस्था में सुधार होना चाहिए। ऐसा नहीं होने पर आंदोलन को तेज किया जाएगा। जिसमें समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
इस मौके पर हरगोबिन्द जाटव, मेहताब बाल्मीकि, नीतू माहौर, भारती माहौर, भारती कुशवाह, लोकेन्द्र माहौर, देवाराम कुशवाह, जगदीश माहौर, गंगाप्रसाद माहौर, त्रिवेणी प्रजापति, महिला समिति नेता शोभा माहौर, गुड्डी बाई माहौर, नेमा देवी, हेतराम माहौर, सरोज श्रीवास, नारायण माहौर, सुनील माहौर, रणवीर माहौर, पुरुषोत्तम कुशवाह, मुरारी लाल जाटव, सुंदरपाल माहौर, टीकाराम कंचन, बेटू माहौर सहित महिलाएं तथा किसान उपस्थित रहे।