शा. महाविद्यालय आलमपुर में अहिल्याबाई का जयंती समारोह आयोजित

भिण्ड, 31 मई। शा. महाविद्यालय आलमपुर में लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर के 300वे जयंती वर्ष समारोह के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय परिसर में स्थापित देवी अहिल्याबाई की प्रतिमा को फूलों से सजाया गया। कार्यक्रम के शुभारंभ में महाविद्यालय जनभागीदारी समिति अध्यक्ष कल्याण सिंह कौरव, ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की प्रीति दीदी, सरस्वती विद्या मन्दिर की उपमा दीदी, एसएस विद्यापीठ की संचालिका दिव्या त्रिपाठी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष नंदराम बघेल, अवधेश त्रिपाठी, सेवानिवृत्त सूबेदार नारायण दास एवं नगर के गणमान्य नागरिकों ने देवी अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित किए।
व्याख्यान के अवसर पर ब्रह्माकुमारी की प्रीती दीदी ने कहा कि देवी अहिल्या बाई आध्यात्म से भी जुडी थीं, इसलिए उन्होंने इतनी परेशानियों का सामना किया। सभी को आध्यात्म से जुडना चाहिए। नंदराम बघेल ने कहा कि देवी अहिल्याबाई होल्कर शौर्य, साहस, धैर्य और सेवा की प्रतिमूर्ति थीं, उनका जीवन अनुकरणीय है। कल्याण सिंह कौरव ने कहा कि इस नगर में देवी अहिल्या बाई होलकर ने जो विरासत हमें सौंपी थी हम उसको आगे बढा रहे हैं। महाविद्यालय का नाम देवी अहिल्या बाई होलकर का प्रस्ताव हमने इसीलिए रखा था।
महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. भगवान सिंह निरंजन ने कहा कि आज देवी अहिल्या बाई को 300 वर्ष बाद हम इसलिए याद कर रहे कि उनके कार्य महान थे। उनकी दूरदृष्टि वर्तमान और भविष्य को लेकर थी। उनकी विरासत, उनके सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक संस्कार विद्यार्थियों तक पहुंचाने हैं। विद्यार्थी उनका अनुकरण करें, उन पर चलें और यह देश और समाज खुशहाली और तरक्की की ओर बढेगा। देवी अहिल्याबाई की गौरव गाथा युग-युग तक अमर रहेगी। कार्यक्रम के दौरान देवानंद गुप्ता ने देवी अहिल्या बाई पर रचित कविता का पाठ किया। इस अवसर पर महाविद्यालय का स्टाफ, जनभागीदारी समिति के सदस्य, गणमान्य नागरिक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अनिल चौधरी ने एवं आभार व्यक्त प्राचार्य ने किया।
सरस्वती शिशु मन्दिर में होल्कर जयंती पर हुआ कार्यक्रम
सरस्वती शिशु मन्दिर आलमपुर में लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की जयंती के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस अवसर पर बतौर मुख्य वक्ता विद्यालय संचालन समिति के अध्यक्ष शिवनारायण गुप्ता मौजूद रहे। कार्यक्रम के प्रारंभ में विद्यालय परिवार सहित सभी ने लोकमता अहिल्या बाई होलकर के चित्र पर पुष्पांजली कर उन्हें नमन किया और उनके द्वारा किए गए कार्यों से प्रेरणा लेने का संकल्प लिया। इसके पश्चात मुख्य वक्ता ने देवी अहिल्या बाई होल्कर के जीवन, आदर्शों और समाजसेवा में उनके योगदान पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर विद्यालय प्राचार्य संजय मकडारिया सहित आचार्य बंधु उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सुनील उपाध्याय ने तथा आभार प्रदर्शन संजय नागल ने किया।