कलेक्टर ने तीन बीआरसीसी को मान्यता संबंधी कार्य से किया पृथक

– लाखों की वसूली की मिल रही हैं शिकायतें

भिण्ड, 01 मार्च। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा मान्यता रिन्यूवल व नवीन मान्यता सम्बन्धी कार्य को लेकर प्राइवेट स्कूल संचालकों से लेनदेन कि जानकारी सामने आने के बाद कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की है।
जिलाधीश भिण्ड ने तत्परता दिखाते हुए बीआरसीसी भिण्ड, अटेर व मेहगांव पर कार्रवाई की है जिलाधीश के आदेशानुसार यह तथ्य संज्ञान में आया है कि, मान्यता संबंधी कार्यों में बीआरसीसी भिण्ड/ अटेर/ मेहगांव द्वारा वित्तीय लेन-देन की शिकायतें प्राप्त हो रही है। अत: उपरोक्त स्थिति को दृष्टिगत रखते हुये बीआरसीसी भिण्ड/ अटेर/ मेहगांव को मान्यता संबंधी कार्य से पृथक किया जाये। साथ ही इनके स्थान पर वैकल्पिक व्यवस्था हेतु नस्ती अधोहस्ताक्षरकर्ता को प्रस्तुत करें। इस कार्यवाही से शिक्षा विभाग में हडकंप मच गया है।
ग्राम रोजगार सहायक कलेक्टर कार्यालय में अटैच
कलेक्टर भिण्ड द्वारा जारी एक अन्य आदेश में आवेदक प्रेम सिंह जाटव ग्राम पंचायत मसूरी द्वारा शिकायत करने पर ग्राम पंचायत मसूरी में पदस्थ ग्राम रोजगार सहायक धीरेन्द्र सिंह भदौरिया को कलेक्टर कार्यालय भिण्ड में अटैच किया है। इन पर आरोप है कि आवेदक के आवास योजना की स्वीकृत किश्त के भुगतान करने के ऐवज में रोजगार सहायक द्वारा अपने भाई के माध्यम से लेन-देन किया गया है। कलेक्टर भिण्ड द्वारा जारी आदेशों की आमजन काफी सराहना कर रहे हैं। उनका कहना है कि इससे भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस का सपना साकार हो रहा है।