गौरी सरोवर पर सातवें दिन भी जारी रहा धरना

धरने में पर्यावरण विचार संगोष्ठी आयोजित

    रविन्द्र बौहरे

भिण्ड, 24 मई। गौरी सरोवर के किनारे वृक्षों के संरक्षण के लिए सातवें दिन मंगलवार भी धरना जारी रहा। जिसमें पर्यावरण पर विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य रूप से रामराज पुरोहित ने बताया देश के अंदर विकास के नए आयाम खड़े किए जा रहे हैं और साथ ही पारिस्थितिकी की बेहतरीन और उसके संरक्षण के लिए भी बराबर इसकी गंभीरता दिखाई, इसके बड़े उदाहरणों में देश ने करीब 106 राष्ट्रीय पार्क, 18 बायोस्फीयर, 551 वाइल्ड सेंचुरी को स्थापित किया और 870 ऐसे क्षेत्र चिन्हित किए जिनसे पारिस्थितिकी वह विकास में बराबरी बनी रहे। इतना ही नहीं समुद्र में भी 131 ऐसे जोन बनाए जिनमें किसी भी तरह की छेड़छाड़ की अनुमति नहीं है, इन प्रयासों से देश ने संरक्षण की शुरुआत की और साथ में जैव विविधता को पूरी तरह फलने फूलने का मौका भी दिया। लेकिन भिण्ड जिले में इस प्रकार के उदाहरण एक प्रतिशत भी देखने को नहीं मिलते, लौटकर यहां वृक्षों को हटाकर जिले का पारिस्थितिक तंत्र बिगाड़ा जा रहा है। यह हम सब के लिए दुर्भाग्य का विषय है। प्रशासन को इस बारे में भी चिंतन करना चाहिए।
वहीं राजवीर सिंह ने बताया कि इस अभियान में बच्चों को भी जोड़ा जा रहा है और बढ़-चढ़कर बच्चे भी पर्यावरण संरक्षण के लिए कदम से कदम मिला रहे हैं। धरने में अंकिता राजावत, मिष्ठी अरेले, यशस्वी राजावत, निशा सोलंकी, राधिका राजावत, हरेकृष्ण शर्मा आजाद, प्रो. इकबाल अली, नितिन दीक्षित, विक्रांत दीक्षित, महेश मिश्रा, राजीव दीक्षित, सतीश राजावत, दानवीर दीक्षित, धीरज गुप्ता, रॉकी तोमर, मोहित तिवारी, धर्मवीर यादव, गोपाल सोनी, अजय दीक्षित, राघव उपाध्याय, नागेन्द्र अरेले, आशुतोष शर्मा, कविन्द्र मिश्रा, सेलू सोनी, जितेन्द्र सिंह भदौरिया सहित सैकड़ों पर्यावरण प्रेमी शामिल रहे।