इन्द्र ने गोकुल में की मूसलाधार वर्षा, कृष्ण ने उठाया गोवर्धन पर्वत : पाठक

ग्राम मेघपुरा में चल रही है श्रीमद् भागवत कथा

भिण्ड, 24 मई। मेहगांव क्षेत्र के ग्राम मेघपुरा में चल रही भागवत कथा के पंचम दिवस मंगलवार को कथा वाचक परम् संत श्री अनिल पाठक वृंदावन धाम ने कृष्ण लीला और गोबर्धन की पूजा का वर्णन किया।


उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण ने इन्द्र की पूजा बंद करवाकर गोवर्धन पूजा करवाई, गोकुल वासियों ने जैसे ही इन्द्र की पूजा बंद कर गोबर्धन पूजा की, इन्द्र को पता चल गया कि गोकुल में हमारी पूजा न होकर पर्वत की पूजा हो रही है। इन्द्र कोप करके मूसलाधार वर्षा करने लगे, गोकुल में हा-हाकार मच गया। सभी गोकुल वासी कृष्ण की ओर दौड़े, कृष्ण बचाओ बचाओ की चीख पुकार मचने लगी, तब भगवान श्रीकृष्ण ने अपने बीच की उंगली पर गोबर्धन पर्वत धारण कर गोकुल वासियों की रक्षा की और इंद्र का अभिमान तोड़ा। आज की कथा में मेघपुरा सरपंच सुभाष शर्मा ने कथा वाचक पं. अनिल पाठक का स्वागत किया। कथा श्रवण करने दूर-दूर गांवों से श्रोतागण आ रहे हैं। पारीक्षत श्रीमती रामादेवी-सुरेन्द्र शर्मा ने सभी श्रोताओं से कथा सुनने का आग्रह किया है।