मप्र खादी ग्राम एवं पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्षों ने मुनिश्री से लिया आशीर्वाद

मुनिश्री ने थाटीपुर से सीपी कॉलोनी के लिए गाजे-बाजे के साथ किया मंगल विहार

ग्वालियर, 23 अप्रैल। मप्र शासन राजकीय अतिथि मेडिटेशन गुरु मुनि श्री विहसंत सागर महाराज एवं मुनि श्री विश्वसूर्य सागर महाराज के दर्शनों के लिए कैबिनेट मंत्री दर्ज प्राप्त पाठ्य पुस्तक निगम अध्यक्ष शैलेन्द्र बरुआ एवं मप्र खादी ग्राम के अध्यक्ष जितेन्द्र लिटोरिया, जन अभियान परिषद ग्वालियर के संभागीय उपाध्यक्ष सुशील बरुआ, राजीव पराशर, डॉ. कुलदीप चतुर्वेदी आदि शनिवार को थाटीपुर स्थित झबर स्टेट में पहुंचे।
जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि पाठ्य पुस्तक निगम अध्यक्ष शैलेन्द्र बरुआ एवं मप्र खादी ग्राम के अध्यक्ष जितेन्द्र लिटोरिया ने मुनिराजों के चरणों माथा टेक कर श्रीफल भेंटकर मंगल आशीर्वाद लिया। मुनि श्री विहसंत सागर महाराज ने आतिथियों को अपने गुरु गणाचार्य श्री विराग सागर महाराज की जन्म स्थली दमोह के पास स्थित पथरिया में होने वाले दिगंबर जैन विरागोदय तीर्थ महामहोत्सव जैन महाकुंभ 2023 के कार्यक्रम की पत्रिका देकर आमंत्रित किया।
पुस्तक निगम अध्यक्ष शैलेन्द्र बरुआ ने कहा कि संतों के मंगल आशीर्वाद से मन के मस्तक में ऊर्जा भर जाती है। जैन संत ही सत्य व अहिंसा का रास्त समझते है। वहीं आतिथियों का सम्मान भाजपा के वरिष्ठ नेता पारस जैन, दिनेश जैन, राजेश जैन, मन्दिर समिति के अध्यक्ष रवीन्द्र जैन, महामंत्री नरेन्द्र जैन, रविन्द्र सिंघई, सुनील जैन, प्रवक्ता सचिन जैन आदि ने माला और दुपट्टा उढ़ाकर व साफा पहनाकर किया।

भगवान के प्रति आस्था व श्रृद्धा से मन को मिलती है शांति : विहसंत सागर

मुनि श्री विहसंत सागर महाराज ने थाटीपुर जैन मन्दिर में धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जिनेन्द्र भगवान के वचन औषधि के रूप में काम करते हैं। इसके माध्यम से तन व मन दोनों स्वस्थ रहता है। उन्होंने कहा कि तन के डॉक्टर पैसे खर्च करने पर मिल जाते हैं पर मन के डॉक्टर पैसे से नहीं मिलते, बल्कि भगवान के प्रति आस्था व श्रृद्धा के माध्यम से मन को शांत किया जा सकता है। वर्तमान परिदृश्य में हर व्यक्ति तन व मन दोनों से दुखी है। उसके पास चिंतन के लिए समय ही नहीं है। जबकि चिंतन से हमारा मन स्वस्थ होता है। मुनिश्री ने कहा कि गुरुओं की वाणी मानव के विचारों को बेहतर बनाती है। मुनिराजों ने शनिवार की शाम को थाटीपुर जैन मन्दिर से सीपी कालोनी मुरार दिगंबर लाला जैन मन्दिर के लिए गाजे-बाजे के साथ मंगल पदा विहार किया।