कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता मिश्रा पर एफआईआर सरकार का फर्जीवाड़ा करने वालों का खुला समर्थन : डॉ. भारद्वाज

पीईबी द्वारा जारी परीक्षा को रद्द कर उच्च स्तरीय जांच करे सरकार

भिण्ड, 28 मार्च। भाजपा सरकार में पीईबी द्वारा जारी परीक्षा न सिर्फ मजाक बन चुकी हैं, वल्कि ये व्यापम घोटाले की पुनरावृत्ति दोहराई जा रही है, इसलिए सरकार फर्जीवाड़ा करने वाले को बचाने के प्रदेश के युवाओं का भविष्य खराब होने से बचाने के लिए कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा और डॉ. आनंद पर एफआईआर दर्ज कर विपक्ष की आवाज को दवाना चाहती है। ये आरोप कांग्रेस प्रवक्ता और भिण्ड कांग्रेस के मीडिया अध्यक्ष डॉ. अनिल भारद्वाज ने लगाए।
कांग्रेस नेता डॉ. भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस महामंत्री व मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने मप्र प्राथमिक पात्रता शिक्षक वर्ग-तीन की परीक्षा में चहेतों को भर्ती कराने प्रश्नपत्र लीक करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि ऑनलाइन परीक्षा का प्रश्न पत्र सीएम के ओएसडी के मोबाइल में मिला है। इसकी उन्होंने सीएम से जांच कराने की मांग की है। अब मामले में उनके ऊपर ही छवि धूमिल करने का मामला दर्ज किया गया है। मैं पूछना चाहता हूं कि क्या न्याय की बात करना अपराध है? मैं भाजपा के इस कृत्य की घोर निंदा करता हूं, साथ मांग करता हूं कि पीईबी द्वारा प्रदेश की सभी पात्रता परीक्षा रद्द कर पुन: ऑफलाइन परीक्षा कराए सरकार, साथ ही इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। वैसे भी प्रदेश की भाजपा सरकार घोटाले की सरकार बन चुकी है। इसलिए कांग्रेस नेता मिश्रा पर दर्ज प्रकरण सरकार वापिस ले और उनसे आने घिनोने कृत्य के लिए माफी मांगे। अन्यथा कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी।