सागर, 05 मार्च। सागर संभाग के समस्त जिलों के अभियोजन कर्मचारीगण की व्यवसायिक दक्षता संवर्धन हेतु एक दिवसीय संभाग स्तरीय कार्यशाला का आयोजन शनिवार को वरदान होटल सिविल लाइन सागर में किया गया।
अभियोजन के मीडिया प्रभारी सौरभ डिम्हा ने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत संचालक लोक अभियोजन भोपाल के निर्देशानुसार अभियोजन कर्मचारीगण के व्यावसायिक दक्षता संवर्धन एवं उन्हें नवीन परिदृश्य के अनुरूप कार्य करने में दक्ष करने के उद्देश्य से एक दिवसीय संभाग स्तरीय कार्यशाला का आयोजन वरदान होटल सिविल लाइन सागर में किया गया। जिसमें जिला टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, पन्ना एवं सागर के अभियोजन कार्यालय में पदस्थ कर्मचारीगण सम्मिलित हुए। कार्यक्रम मुख्य अतिथि आयुक्त नगर निगम सागर आरपी अहिरवार, विशिष्ट अतिथि उपसंचालक (अभियोजन) अनिल कुमार कटारे एवं जिला लोक अभियोजन अधिकारी राजीव रूसिया उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया। संचालन एडीपीओ पारस मित्तल ने किया एवं कार्यक्रम की रूपरेखा एडीपीओ अमित कुमार जैन ने बताई।
नगर निगम आयुक्त आरपी अहिरवार ने बताया कि कर्मचारीगण कार्यालय की रीढ़ की हड्डी होते हैं, उन्हें अपना कार्य विभाजित कर उनका क्रियान्वित करना चाहिए तथा समय प्रबंधन के साथ कार्य करना चाहिए। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में एडीपीओ अमित जैन ने आईसीजेएस पोर्टल के विषय पर महत्व को बताया एवं उसमें किस प्रकार से डाटा एंट्री की जाती है, उसके बारे में बताया। तत्पश्चात व्याख्याता लेखा प्रशिक्षण शाला सागर केके चंदेरिया ने पेंशन, वेतन निर्धारण एवं कार्यालयीन प्रक्रिया के बारे में व्याख्यान दिया।
असाइनी एनाउंसर ऑल इंडिया रेडियो सागर की श्रीमती साहिबा नासिर ने प्रतिभागियों को उनके व्यक्तित्व विकास के बारे में बताया एवं अंतिम सत्र में प्रो. ललित मोहन विभागाध्यक्ष एवं डीन पत्रकारिता संगीत परफॉर्मिंग आट्र्स पुस्तकालय विज्ञान विभाग डॉ. हरिसिंह गौर सागर विश्वविद्यालय द्वारा मीडिया की भूमिका के विषय पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम के अंत में विशिष्ट अतिथि एसडीएम सागर श्रीमती सपना त्रिपाठी ने उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए बताया कि कर्मचारीगण के दक्षता संवर्धन हेतु ऐसी कार्यशाला का आयोजन होते रहना चाहिए तथा इससे कर्मचारी की कार्य कुशलता में वृद्धि होती है। अंत में कार्यक्रम में सम्मिलित हुए प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह तथा प्रमाण पत्र वितरित किया गया।