देश का गौरव, भिण्ड का सौभाग्य है गुप्तेश्वर धाम : आजाद

वसुंधरा श्रंगार सामाजिक संगठन के जिला सह नक्षत्र वाटिका प्रभारी राघव उपाध्याय ने जन्म दिन पर किया गुप्तेश्वर महादेव का श्रृंगार

भिण्ड, 12 फरवरी। वसुंधरा श्रंगार सामाजिक संगठन के नेतृत्व में पूर्व में उपेक्षित तहसील अटेर के ग्राम परियाया में हजारों वर्ष प्राचीन शिवलिंग के संरक्षण एवं मन्दिर के जीर्णोद्धार के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इसी के तहत शनिवार को संगठन के सह जिला नक्षत्र वाटिका प्रभारी राघव उपाध्याय के जन्मदिन पर प्रथम बार गुप्तेश्वर महादेव का श्रृंगार करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम में संगठन अध्यक्ष हरेकृष्ण शर्मा आजाद ने बताया यह शिवलिंग हजारों वर्ष पुराने गुप्तकाल की शिल्पकला का एक बेहतरीन उदाहरण, यहां मौजूद प्रत्येक शिवलिंग को शास्त्रों के आधार पर ही बनाया गया है, क्योंकि यह शिवलिंग ब्रह्म भाग, विष्णु भाग एवं रुद्र भाग में विभक्त है। जो राजलिंग या मानुष लिंग के रूप में बनाए जाते थे, इस तरह के शिवलिंगों में नीचे से ऊपर क्रमश: ब्रह्म भाग चौकोर बनते थे, उसके ऊपर बीच में विष्णु का भाग अष्टकोणीय होता था और सबसे ऊपर पूजा के लिए शिव का रुद्र भाग या पूजा भाग होता था, जिस पर व्यक्ति पूजा हेतु जल, फल-फूल चढ़ाते थे। वृहत्संहिता, विष्णुधर्मोत्तर पुराण, मत्स्य पुराण ऐसे त्रिभाग शिवलिंग का उल्लेख करते हैं और यही सब बात हम यहां पर भी देखते हैं कि सबसे नीचे चौकोर ब्रह्म भाग है, उससे ऊपर अष्टकोणीय (आठ हिस्सों में निर्मित) विष्णु भाग है और ऊपर शिव का रूद्र भाग है, शिवलिंग की ऊपरी सतह अंडाकार है ऐसा अद्भुत शिवलिंग भिण्ड जिले के लिए सौभाग्य है और यह अद्भुत स्थान देश के लिए गौरव है। क्योंकि इस प्रकार के शिवलिंग पूरे देश में दो स्थानों पर ही प्राप्त हुए हैं, इसलिए यह स्थान शोध का विषय है, शिवलिंग में और भी संरचनाएं बनी हुई है जिन पर अध्ययन टीम के द्वारा अध्यात्म के मूर्धन्य लोगों से किया जा रहा है, इसीलिए संगठन द्वारा ग्रामीणों के सहयोग से उस दिव्य स्थान को भव्य बनाने के लिए जागरुक किया जा रहा है।
जिला सह नक्षत्र वाटिका प्रभारी राघव उपाध्याय ने बताया कि हम और हमारी पूरी टीम बड़ी सौभाग्यशाली है कि हम को जन्म दिन के अवसर पर प्रथम बार भगवान गुप्तेश्वर महादेव का श्रंगार करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ और सभी ग्राम वासियों से आग्रह किया एवं सभी अपने जन्म दिन के अवसर पर अपनी विरासत को सजाने संवारने के लिए प्रयासरत रहें और मन्दिर के जीर्णोद्धार के संकल्प को पूर्ण करें। हम अपने स्तर पर रुद्राभिषेक, श्रंगार, परिसर में पौधारोपण, साफ-सफाई, श्रमदान, जैसे कार्यक्रम करके अपने जन्मदिन को यादगारमय बना सकते हैं। गुप्तेश्वर महादेव का श्रृंगार संगठन के सदस्य अश्वनी जादौन एवं मनीष शिवहरे ने किया। कार्यक्रम में मन्दिर के महंत 108 दयानंद सरस्वती महाराज, टीम के पदाधिकारी दीपक मिश्रा, शौर्यप्रताप सिंह, शिवकांत शर्मा, नकुल, प्रेमसिंह यादव, पप्पू यादव, ऋषिमोहन यादव, लालू शर्मा, गिरीश मिश्रा, नेपाल सिंह सरपंच, नाथूराम श्रीवास, लालबहादुर शर्मा, संतोष शर्मा आदि ग्राम वासियों का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ।