– कलेक्टर ने सामान्य प्रशासन विभाग को लिखा पत्र
भिण्ड, 29 सितम्बर। दर्जा प्राप्त कथित कैबिनेट मंत्री अभी भी यह बडे दंभ से कह रहा है कि उसका नियुक्ति पत्र उसे भोपाल से भेजा गया। भाजपा पिछडा वर्ग मोर्चा जिला अध्यक्ष उससे पिछले छह सालों से व्यक्तिगत द्वेष रखते हैं, वे उसकी नियुक्ति को पचा नहीं पा रहे हैं, इसके चलते शिकायतें कर रहे हैं।
कथित कैबिनेट मंत्री डॉ. मनोज सिंह श्रीवास पुत्र बेताल सिंह ने कहा कि नियुक्ति के बाद मेरे मित्रों ने बधाई संदेश के होर्डिंग्स शहर में लगा दिए। मेरी नियुक्ति से बौखलाए पिछडा वर्ग मोर्चा जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह गुर्जर ने इसको लेकर कलेक्टर, एसडीएम व अन्य जगह शिकायत करना शुरू कर दीं। मनोज सिंह का कहना है कि मुझे बदनाम करने की नीयत से यह सब किया जा रहा है।
आज मुख्यमंत्री ने दिया है 10 मिनट का समय
इतना ही नहीं, उक्त युवा बडे जोर-शोर से यह कह रहा है कि उसे मंत्रालय से अपर सचिव लोकेश कुमार ने यह नियुक्ति पत्र भेजा है। उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री से मिलकर इस संबंध में बात करूंगा। वहीं दिल्ली में पूर्व केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर व अन्य नेताओं से संबंध होने की बात कही। वहीं कलेक्टर भिण्ड को लेकर कहा कि वे भाजपा नेताओं के दवाब में काम कर रहे हैं। हालांकि जब संवाददाता ने पडताल की तो इस संबंध में सीएम कार्यालय से मुलाकात के लिए समय देना नहीं पाया गया।
विवादों से रहा है नाता
इससे पहले भी उक्त युवा ने अपनी कार पर मानव अधिकार संगठन प्रदेश अध्यक्ष की नेम प्लेट लगवा रखी थी, साथ ही गाडी पर हूटर लगे थे, जिसके चलते पुलिस ने कार्रवाई की थी। हालांकि कहा जा रहा है कि रुतवा दिखाने के लिए उसने ऐसा किया, लेकिन इस बार बुरा फसता नजर आ रहा है।
ये लिखा था कथित नियुक्ति पत्र में
एक आदेश सामान्य प्रशासन विभाग में पदस्थ आईएएस शैलवाला मार्टिन के नाम से वायरल हुआ। इसमें लिखा था कि राज्य सरकार द्वारा डॉ. मनोज सिंह श्रीवास पिता बेताल सिंह को मप्र राज्य राष्ट्रीय पिछडा वर्ग एवं दिव्यांगजन वित्त एवं विकास निगम में मप्र कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्रदान किया जाता है।
जीएडी भी अपने स्तर से करा सकता हैं एफआईआर
सूत्रों की मानें तो सोमवार को सामान्य प्रशासन विभाग की अपर सचिव शैलवाला मार्टिन इस संबंध में जहांगीराबाद पुलिस थाना को पत्र लिखकर एफआईआर करा सकती हैं। सूत्रों के मुताबिक जीएडी ने इस विषय को बडे गंभीरता से लिया है, इतना ही नहीं इसकी खबर मुख्यमंत्री कार्यालय तक को मिल चुकी है।
इनका कहना है-
सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र लिखकर नियुक्ति के संबंध में वस्तुस्थिति की जानकारी मांगी है। जवाब मिलते ही वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
संजीव श्रीवास्तव, कलेक्टर भिण्ड