75 वर्ष में सशक्त, आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है भारत : यतीन्द्र शर्मा

विद्या भारती मध्य भारत प्रांत का वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित हुआ

भिण्ड, 23 जनवरी। विद्या भारती मध्य भारत प्रांत द्वारा आयोजित स्वाधीनता का अमृत महोत्सव प्रांतीय कार्यक्रम स्वतंत्रता की युग भेरी का आभासी (ऑनलाइन) आयोजन किया गया।
स्वाधीनता का अमृत महोत्सव आयोजन समिति के राष्ट्रीय संयोजक राकेश शर्मा ने कहा कि विद्या भारती मध्य भारत प्रांत ने स्वाधीनता का अमृत महोत्सव (75 वर्ष) पर चर्चा कर तय किया कि हमें इस अवसर पर विविध आयोजन करना चाहिए। 19 नवंबर को महारानी लक्ष्मीबाई जयंती पर मातृशक्ति के विभिन्न कार्यक्रम पूरे प्रांत में आयोजित किए गए। 25 दिसंबर को पं. मदन मोहन मालवीय की जयंती पर प्रबुद्ध वर्ग के लिए विचार गोष्ठी आयोजित की गई। 12 जनवरी को सरस्वती शिशु मन्दिर विद्यालय एवं अन्य विद्यालयों में वीर बलिदानी विषय पर अनेक वक्ताओं द्वारा छात्रों का प्रबोधन किया गया। और आज 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जयंती पर विद्यालयों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से भारत के अतीत, वर्तमान और भविष्य के जग सिरमौर बनाएं भारत की मनमोहक प्रस्तुति छात्र-छात्राओं द्वारा विविध विद्यालयों के मंच से प्रस्तुत की गई।


मुख्य वक्ता की आसंदी से संबोधित करते हुए यतीन्द्र शर्मा (सह संगठन मंत्री विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान दिल्ली) ने कहा कि हमारा भारत इन 75 वर्षों में स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भता की ओर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के विषय में विस्तार से जानकारी दी और उनके कृतित्व से हम सबको प्रेरणा लेने की बात कही। कार्यक्रम में सहभागी विद्यालयों के सभी छात्रों, अभिभावकों, आचार्य परिवार संयोजक मण्डल, पूर्व छात्रों, समिति पदाधिकारी आदि जनों से कहा कि हमें भारत के समग्र विकास हेतु सशक्त स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बनने का संकल्प लेना चाहिए। इस अवसर पर प्रांतीय संगठन मंत्री निखिलेश महेश्वरी, प्रांतीय अध्यक्ष, सचिव, प्रांत प्रमुख, जिला प्रमुख एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। वंदेमातरम गायन के पश्चात अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया और कार्यक्रम का समापन हुआ।
कार्यक्रम में विभाग प्रमुख रघुराज सिंह चौहान, भिण्ड जिला प्रमुख राजेन्द्र सिंह ठाकुर, जिला समिति पदाधिकारी, संकुल प्रमुख, प्रधानाचार्य, संयोजक मण्डल, पूर्व छात्र सरस्वती परिवार एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजनों ने सहभागिता की।