बीती रात को डीपी से टकराया डंपर बड़ा हादसा टला, बिजली गुल

बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही तानाशाही नगर वासियों पर भारी

भिण्ड, 23 जनवरी। मेहगांव में बीती रात शनिवार को हाट बाजार पुलिया पर सड़क किनारे रखी डीपी से डंपर टकराने से डीपी के पोल बूट हाउस दुकान पर जा टिके, रात के समय बाजार में आवागमन बंद होने से किसी बड़ी अनहोनी घटना होने से बचने पर लोगों ने राहत की सांस ली।


नगर के वार्ड क्र.13, 14, 15 की बिजली गुल होने से नगर में अंधेरा पसरा रहा। सुबह होते ही लोग पानी के लिए इधर-उधर भटकने पर मजबूर हुए, कुछ लोगों ने जनरेटर की व्यवस्था कर पानी की समस्या से निजात हासिल की, फिर भी अधिकांश लोगों को पानी के लिए कड़ाके की सर्दी में भटकते देखा गया, जिसमें महिलाएं, बच्चे, बूढ़े शामिल लोग सर्दी से कांपते दिखे। नगर में पोल सिफ्टिंग के नाम पर काम माह जून से प्रारंभ होकर सड़क किनारे बाले पोल डीपी हटाए जाने के नाम पर दिनभर बिजली कटोती होती रही, जिसमें मुरैना रोड से लेकर मौ रोड, हाट बाजार सहित पोल सिफ्टिंग का काम चलता रहा। लगातार सात माह काम चलने के बाद भी हाट बाजार की डीपी सड़क किनारे यथावत बनी रही, जो आज बड़ी दुर्घटना का कारण बनने से बाल बाल बची, बिजली विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को डेंजर स्पॉट की जानकारी नगर के लोगों द्वारा शिकायत व मीडिया द्वारा समय-समय पर समाचार प्रकाशित करते हुए अवगत कराई जाती रही है, मगर खतरों से अनजान बने बिजली विभाग के अधिकारी मूक दर्शक बने रहे। जबकि नगर हादसों की चपेट में आता रहा, मगर बिजली विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की मनमानी कार्य शैली एंव काम करने वाले ठेकेदारों को खुश रखने वाली व्यवस्था के चलते नगर व क्षेत्र के कार्यों में मनचाही कार्य शैली के कारण नगर व क्षेत्र की आवादी हर पल मुसीबतें उठाने पर मजबूर रही। वरिष्ठ अधिकारी एवं जनप्रतिनिधी इस ओर ध्यान दें और बिजली विभाग के निर्माण कार्यों की जांच किसी एजेंसी से कराएं तो बड़े व्यापक पैमाने पर बिजली विभाग के निर्माण कार्य व मेंटीनेंस संबंधित घोटाला निकल कर सामने आ जाएगा।

इनका कहना है-

मेरी दुकान पर रात को डीपी गिर गई थी, जब जानकारी मिली तो पूरी रात कोई भी बिजली विभाग का अधिकारी इसे देखने नहीं आया। वह तो इतना शुक्र है कि स्पार्किंग से अंदर माल का नुकसान नहीं हुआ। नहीं तो दुकान जलकर खाक हो जाती, अभी तक बिजली विभाग ने लाइट के खम्बों को दुकान से नहीं हटाया। जिससे दुकान खोलने में परेशानी हो रही है।
गुड्डू खान, बूट हाउस दुकानदार