– बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने जिला अंतर्गत पोक्सो प्रकरणों की समीक्षा की
भिण्ड, 17 सितम्बर। मप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष (कैबिनेट मंत्री दर्जा) द्रविन्द्र मोरे की अध्यक्षता में बाल संरक्षण से संबंधित विभिन्न स्टेकहोल्डरों की समन्वय बैठक का आयोजन रेस्ट हाउस भिण्ड में किया गया। बैठक में महिला बाल विकास जिला कार्यक्रम अधिकारी पवन तिवारी, बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सेना, संरक्षण अधिकारी अनिल कुमार शर्मा, लेबर विभाग से श्रम इंस्पेक्टर मनीष झा, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अनुजकांत उदेनिया एवं समस्त सदस्यगढ़, किशोर न्याय बोर्ड से सदस्य रमाकांत शर्मा, विशेष किशोर पुलिस इकाई से प्रधान आरक्षक मुन्ना सिंह नरवरिया, योगेन्द्र बब्बर स्कूल शिक्षा विभाग जिला शिक्षा केन्द्र के प्रतिनिधि, आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक योगेश शर्मा और देख-रेख एवं सरंक्षण के जरूरतमंद बालकों हेतु संचालित बाल देखरेख संस्थाओं शिशु ग्रह, बालग्रह के प्रतिनिधि एवं जिला बाल संरक्षण इकाई का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
बैठक में अध्यक्ष द्वारा जिला अंतर्गत पोक्सो प्रकरणों की समीक्षा की गई और यह पाया गया कि पोक्सो विक्टिम के संबंध में निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा रहा है ऐसे में विशेष किशोर पुलिस इकाई और बाल कल्याण पुलिस अधिकारी से अपेक्षा की गई की निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करें एवं 24 घण्टे के अंदर बालक को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करें साथ ही प्रावधान अनुसार अंतरिम राहत के लिए निर्देश जारी किए जा सकते हैं, सपोर्ट पर्सन का अधिक से अधिक उपयोग करें, सभी थानों को अवगत होना चाहिए कि पोक्सो प्रकरण में सपोर्ट पर्सन नियुक्ति की अनिवार्यता है। प्रत्येक प्रकरण में सपोर्ट पर्सन नियुक्त किये जा सकते हैं। श्रम विभाग द्वारा भी अवगत कराया गया कि टास्क फोर्स बाल श्रम उन्मूलन हेतु कार्य करती है और वर्तमान में अभी भी बाल श्रम उन्मूलन की कार्रवाई संचालित है।
बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सेना ने बताया कि जिले में चाइल्ड हेल्पलाइन भी संचालित है, यद्यपि चाइल्ड हेल्पलाइन में स्टाफ की नियुक्ति शासन स्तर से लंबित है तथा जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा ही चाइल्ड हेल्पलाइन का संचालन किया जा रहा है, साथ ही पोक्सो प्रकरण के संबंध में अवगत कराया कि बाल कल्याण पुलिस अधिकारी, सपोर्ट पर्सन, बाल कल्याण समिति, श्रम विभाग के समन्वय में त्रैमासिक बैठक आयोजित की जाती है जहां पुलिस को पोक्सो प्रकरण के विशेष संदर्भ में प्रशिक्षण दिया जाता है। साथ ही सपोर्ट पर्सन और बाल कल्याण अधिकारियों में आपस में परिचय भी कराया गया है जिससे कम्युनिकेशन गैप संबंधी समस्या है कम से कम हो।
अध्यक्ष ने सभी से अपेक्षा की कि सभी विभाग आपसी मतभेद दूर कर आपसी समन्वय से कार्य करें, हम सभी बच्चों के लिए कार्य करते हैं, हमारा प्रमुख उद्देश्य सर्वोत्तम बालहित, बेस्ट इंटरेस्ट ऑफ चाइल्ड होना चाहिए इसके लिए किसी भी प्रकार के लापरवाही और कोताही बर्दाश्त नहीं है। आयोग ने कई प्रकरणों में संज्ञान लिया है जहां पर पोक्सो एवं अन्य विभिन्न कानून का उल्लंघन पाया गया है आयोग को स्वत: संज्ञान लेने की शक्ति है अत: सभी से अपेक्षा की जाती है कि आप निर्धारित प्रक्रिया का पालन करें।