समय पर रेस्क्यू टीम आ जाती तो बचाई जा सकती थी गाय की जान
भिण्ड, 06 जनवरी। लहार अनुभाग के असवार थाना अंतर्गत ग्राम असवार में कुएं में गिरी गाय को निकलवाने में टालमटोल कर रहे प्रशासन के रवैया से नाराज होकर ग्रामीणों ने गौरक्षा संगठन प्रमुख संतोष चौहान के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया एवं प्रदर्शनकारियों द्वारा बजार बंद कर चक्काजाम की चेतावनी दी।
इसके बाद आनन फानन में प्रशासन हरकत में आया और भिण्ड से रेस्क्यू टीम बुलवाई गई। रेस्क्यू टीम ने एक घण्टे की कडी मशक्कत के बाद गाय के शव को कुएं से बाहर निकल लिया। मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने ग्रामीणों की मांग पर अंधे कुओं को बंद करवाने का आश्वासन दिया। असवार थाना एएसआई अवनीश शर्मा मय पुलिया फोर्स मौजूद रहे। गौरक्षा प्रमुख संतोष चौहान ने जिला कलेक्टर से मांग की है कि गाय को निकलवाने में लापरवाही बरतने वाले गाय के मौत के जिम्मेदार प्रशासन के लोगों पर दण्डात्मक कार्रवाई की जाए। तीन दिन बाद पहुंची रेक्सयू टीम गाय गिरने के दिन ही पहुंच जाती और गाय को निकाला जाता तो उसकी जान बच जाती। ग्रामीणों के बताए अनुसार दो दिन तक गाय जिंदा अवस्था में कुएं में डली जिंदगी मौत से संघर्ष करती रही और प्रशासन के जिम्मेदार औपचारिकता करके उसके मरने का इंतजार करते रहे।
बंद कराए जांच अनुपयोगी कुएं एवं बोरवैल
क्षेत्रवासियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि क्षेत्र में कुएं एवं बोरवेल जिनका कोई उपयोग नहीं है और अनुपयोगी खुले पडे हुए हैं, उनको तुरंत बंद कराया जाए। इस संबंध में प्रदेश सरकार के निर्देश पर जिला कलेक्टर द्वारा सभी पंचायत सचिवों को निर्देशित कर दिया गया था तथा पटवारी को भी अवगत करा कर जानकारी मांगी गई थी कि ऐसे कितने कुएं, बावडी हैं जो अनुपयोगी होकर खुले पडे हुए हैं, इनको बंद कराया जाए। मगर पंचायत सचिवों एवं पटवारियों ने कलेक्टर के आदेश को अनदेखा कर दिया। आज स्थित यह है कि प्रत्येक पंचायत में कहीं ना कहीं अंधे कुएं अनुपयोगी खुले हुए पडे हुए हैं। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे अनुपयोगी कुएं, बावडी को बंद करवाकर पटवाया जाए, ताकि कोई जनहानि न हो सके और लोगों को इससे निर्यात मिल सके।