एससी-एसटी, ओबीसी वर्ग का कांग्रेस में ही है सुरक्षित भविष्य : शिवहरे

भिण्ड, 13 मई। समूचे देश के साथ-साथ मध्य प्रदेश में भी एसटी-एससी, ओबीसी वर्ग के लोगों का एकमात्र दल कांग्रेस में सुरक्षित भविष्य है। क्योंकि आजादी से लेकर अब तक इन वर्गों की लड़ाई व हितों की बात सिर्फ और सिर्फ मात्र कांग्रेस पार्टी ने ही की है, अन्य दल अगर इन वर्गों की बात करते हैं तो मात्र चंद स्वार्थ सिद्ध व चंद समय मात्र के लिए, जबकि कांग्रेस ने इन वर्गों की लम्बे समय से लड़ाई लड़ी है। यह बात गत दिवस सुप्रीम कोर्ट के आए फैसले की बिना ओबीसी वर्ग के आरक्षण से होंगे प्रदेश में नगरीय निकाय एवं पंचायत चुनाव के फैसले पर कांग्रेस के युवा नेता मनीष शिवहरे ने कही।
शिवहरे ने कहा कि आज भी कोर्ट के फैसले के बिना ओबीसी आरक्षण के चुनाव कराए जाए पर भी सबसे पहले कांग्रेस पार्टी ने ही निर्णय लिया कि हम पंचायत एवं नगरीय निकाय चुनावों में 27 फीसदी ओबीसी वर्ग को टिकिट देंगे, लेकिन सत्ता शासित दल के प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि हम जरूरत होने पर 27 प्रतिशत से भी अधिक टिकिट देंगे जो कि मात्र एक छलावा है। इन वर्गों के लिए यदि देना है तो चुनावों से पहले सरकार शासकीय नोकरियों में भी 27 प्रतिशत से अधिक लाभ दें, नहीं तो टिकटों की बात तो मात्र नगरीय निकाय और पंचायतों के साथ-साथ आगामी 2023 में विधानसभा चुनावों को देखते हुए चुनावी प्रोपेग्डा है। चूंकि प्रदेश में एससी-एसटी, ओबीसी वर्ग का एक बड़ा समूह है। ऐसे में यह आरक्षण की तलवार आने वाले विधानसभा चुनावों में कहीं राह का रोडा न बन जाए। चूंकि भाजपा की मंशा है 2023 में विधानसभा चुनावों को हथियाना। शिवहरे ने कहा कि अब भाजपा के लोग यह सपना देखना छोड़ देंगे कि प्रदेश में अब उनकी सत्ता वापिस होगी, चूंकि 15 सालों में उनका जन विरोधी चेहरा प्रदेश की जनता की नजरों में पूरी तरह से समझ में आ चुका है, जिसका जवाब प्रदेश की जनता 2023 के चुनावों में भाजपा व उसके कारिंदों को घर बिठा कर देने वाली है। अब परिणामों के लिए तैयार रहे भाजपा।