आरक्षक ने सार्वजनिक पत्रकारों को दी सबक सिखाने की धमकी

पुलिस आरक्षक पर कार्रवाई हेतु पत्रकारों ने एसडीओपी को सौंपा ज्ञापन

भिण्ड, 01 फरवरी। पुलिस थाना मेहगांव के आरक्षक प्रदीप तोमर ने कल मेहगांव के पत्रकारों को सार्वजनिक तौर पर सबक सिखाने की धमकी दे डाली। इसको लेकर पत्रकारों में असंतोष व्याप्त है। मेहगांव के पत्रकारों ने आरक्षक प्रदीप तोमर को उनके असभ्य आचरण के चलते निलंबित कर नियमानुसार कठोर कार्रवाई करने को लेकर अनुविभागीय पुलिस अधिकारी आरकेएस राठौर को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में पत्रकारों ने बताया कि आरक्षक 1087 प्रदीप तोमर मेहगांव थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव एवं कस्बे में जुआ, सट्टे के अवैध व्यापार को संचालित करने वालों से एवं मादक पदार्थ की विक्री करने वालों से सांठ-गांठ कर अवैध वसूली करने और क्षेत्र में अवैध व्यापार को संचालित करने में भी लिप्त है। क्षेत्र में चल रहे अवैध गोरख धंधों के बारे में यदि मीडिया के लोग आपस मे चर्चा भी करते हैं, तो प्रदीप तोमर उन्हें धमकाने का काम करता है। बीते रोज विद्युत विभाग में किसान कांग्रेस का धरना प्रदर्शन चल रहा था तो कार्यक्रम समाप्ति के बाद पत्रकारगण आपस में चर्चा कर रहे थे। जिसमें पुलिस के पास एक निर्दोष अपाहिज लड़की के मोबाइल जब्ती के विषय पर बातचीत चल रही थी। जिसमें उस लड़की द्वारा पुलिस पर मोबाइल वापस न देने की बात कही गई। तो वहीं पीछे से प्रदीप तोमर बिना गणवेश के बिना पूरी बात सुने पत्रकारों से अभद्रता पूर्ण एवं आचरण विरुद्ध शब्दों में धमकाते हुए बोला कि तुम पत्रकार हो, पत्रकार रहो, नेता क्यों बनते हो। बात यहीं खत्म नहीं हुई आरक्षक प्रदीप तोमर सबके सामने धमकाते हुए बोले कि तुम सबको तो हम ही सबक सिखाएंगे। ज्ञापन में कहा गया है कि आरक्षक प्रदीप तोमर का सार्वजनिक तौर पर यह व्यवहार पुलिस आचरण के विरुद्ध एवं पत्रकारों के सम्मान को भी ठेस पहुंचाता है। इसलिए आरक्षक प्रदीप तोमर के विरुद्ध नियमानुसार कठोर दण्डात्मक कार्रवाई की जाए एवं इन्हें पुलिस के सभ्य आचरण का पाठ सिखाया जाए।

इनका यह कहना है-

मेरे पास सभी पत्रकारों ने ज्ञापन के माध्यम से पुलिस आरक्षक के असभ्यता पूर्ण व्यवहार की शिकायत की है। मामले की तुरंत जांच कराकर कार्रवाई करेंगे। पत्रकारों के साथ यह व्यवहार अगर हुआ है तो गलत है।
आरकेएस राठौड़, एसडीओपी मेहगांव