आदर्श वानप्रस्थि कार्यकर्ता प्रदीप पाण्डेय का इंदौर में निधन

भिण्ड, 20 जुलाई। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ इंदौर के आदर्श वानप्रस्थि कार्यकर्ता प्रदीप पाण्डेय का देहावसान हो गया। कहते हैं विधि की लेखनी के आगे सब बेबस है। वे विगत 4 वर्ष से खराब स्वास्थ्य से जूझ रहे थे। आज सुबह उन्होंने अपने इंदौर स्थित आवास में अंतिम सांस ली। मूलत: भिण्ड जिले के गोरमी कस्बे के रहने वाले थे प्रदीप पाण्डेय के दो बेटे एक बेटी सभी विवाहित होकर पोते-पोती के रूप में एक आदर्श संघी परिवार है, इन चार वर्षों में जब गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे परिवार की सेवा देखने लायक थी।
उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक स्व. लक्ष्मणराव तराणेकर के संपर्क में आकर बाल्यकाल से स्वयंसेवक बने। तराणेकर जी के जीवन से प्रेरित होकर अपने स्वयंसेवक जीवन में ही एक दृढ प्तसंकल्प लिया था। अपनी उम्र के 50 वर्ष पूरे होते ही शासकीय शिक्षक की नौकरी छोडकर, हिंदू जीवन पद्धति के वानप्रस्थ आश्रम में प्रवेश करते हुए एक वानप्रस्थ कार्यकर्ता का जीवन जिऊंगा। अपनी संकल्प की प्रतिपूर्ति हेतु वर्ष 2004 में आपने एक आदर्श शिक्षक के रूप में 50 वर्ष पूरे किए, आश्चर्य था सेवानिवृत्ति के कालखण्ड में अधिकांश लोग जहां विश्राम की स्थिति में चले जाते हैं, वहीं प्रदीप जी ने अपना शेष पूर्ण जीवन संघ को समर्पित कर दिया। उनके वानप्रस्थ जीवन की शुरुआत रतलाम जिले से हुई। रतलाम से उनका जुडाव, एक अपनापन, आत्मिकता पूर्ण व्यवहार विशेष कर उनका नाम ध्यान आते ही उनका हंसता हुआ चेहरा आज भी सामने आ जाता है। आप सरल व्यक्तित्व के धनी, आपके सादगीपूर्ण व्यवहार को रतलाम जिले के स्वयंसेवक कभी भुला नहीं पाएंगे। अपने वानप्रस्थ जीवन में कभी भी उन्होंने अपने घर परिवार प्रति मोह नहीं रखा नहीं, न ही कभी आप अनावश्यक रूप से घर गए। गंभीर रूप से बीमार होने पर जब एक बार आप संघ से अनुमति लेकर घर गए फिर वापस नहीं लौटे और आज हम सबको यह अप्रिय समाचार मिला। हमें इस बात का गौरव है कि उन्होंने एक पूर्णकालीन कार्यकर्ता, एक गृहस्थ पचारक के रूप में अपने नए जीवन की शुरुआत रतलाम जिले से की। आप संघ के विभिन्न दायित्व में रहे, लंबे समय मालवा प्रांत के सेवा प्रमुख, क्षेत्र ग्राम विकास प्रमुख के दायित्व का सफलता पूर्वक निर्वहन किया। मां नर्मदा दुख की इस घडी मे समस्त शोकाकुल परिवार को संबल प्रदान करें एवं दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे।