भिण्ड, 12 नवम्बर। गोहद तहसील के ग्राम गुहीसर में पदस्थ डॉ. धर्मवीर दिनकर को पिछले दिनों बीमारी के कारण ग्वालियर से गंभीर हालत में दिल्ली रैफर किया गया था। जहां बुधवार को शाम के समय इलाज के दौरान उन्होंने जीवन की अंतिम सांस ली। इसकी सूचना जैसे ही लोगों को लगी तो गोहद विधानसभा में शोक की लहर दौड़ गई।
डॉ. धर्मवीर दिनकर ने गोहद विधानसभा में प्रत्येक गांव में विशेष पहचान बनाई थी। वहीं कांग्रेस पार्टी में रहकर गोहद विधानसभा से विधायकी की दावेदारी की लेकिन टिकिट न मिलने से चुनाव नहीं लड़ सके। लॉकडाउन के दौरान मुरार में स्वयं का अस्पताल खोलकर ऐसे समय में जब अस्पतालों में जगह नहीं मिल रही थी उस समय दो बैड आईसीयू वार्ड में गोहद वासियों के लिए हमेशा रिक्त रखे और मुफ्त इलाज देकर मरीजों की सेवा की। लॉकडाउन के पश्चात ऐंचाया रोड पर एक अस्पताल खोला, जिसमें की नि:शुल्क जांच एवं इलाज की व्यवस्था की गई। जहां लोग आपदा में अवसर ढूंढ रहे थे, वहां डॉ. दिनकर गरीबों को मुफ्त इलाज दे रहे थे। उनकी यह पहल मानवता की सच्ची मिसाल थी। इसमें उनकी बहिन भाई एवं बहनोई सहित सभी का सहयोग मिल रहा था। गोहद विधानसभा से उनका बेहद जुड़ाव था। डॉ. दिनकर सरल स्वभाव, ऊर्जावान व्यक्तित्व और जनसेवा की भावना से ओतप्रोत राजनीति की अगली पीढ़ी के एक संवेदनशील नेता की झलक दिखाई देती थी। सूचना लगते ही कांग्रेस पार्टी में शोक की लहर दौड़ गई है।







