भिण्ड, 26 मार्च। जिले में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों की प्रतिस्पर्धात्मकता बढाने और उन्हें सशक्त बनाने के उद्देश्य से बुधवार को एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। यह कार्यक्रम रेजिंग एंड एक्सलेरेटिंग परफॉर्मेंस योजना के तहत स्टेट नोडल एजेंसी, मप्र लघु उद्योग निगम लिमिटेड द्वारा आयोजित की गई।
इस कार्यशाला का प्रमुख उद्देश्य जेड स्कीम और कॉम्पेटिटिव लीन स्कीम के प्रति उद्यमियों को जागरुक करना था, ताकि वे अपने व्यवसायों की दक्षता, गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धात्मकता को बेहतर बना सकें। कार्यशाला की शुरुआत जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र भिण्ड के महाप्रबंधक बीएल मरकाम के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने योजना के तहत उपलब्ध अवसरों पर प्रकाश डालते हुए स्थानीय उद्यमियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाने की सलाह दी। साथ ही उन्होंने उपस्थित उद्यमियों से आग्रह किया कि वे 27 मार्च को ग्वालियर स्थित रेडिसन होटल में आयोजित होने वाली रीजनल कन्वेंशन एंड स्टार्टअप्स ग्वालियर कार्यशाला में भाग लें, जो स्टार्टअप सेक्टर के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
कार्यशाला में भारतीय गुणवत्ता परिषद के विशेषज्ञ राजेश सरवटे ने जेड योजना पर गहन चर्चा की। उन्होंने इस योजना के लाभ, प्रमाणन प्रक्रिया के दीर्घकालिक विकास पर इसके प्रभावों को विस्तार से समझाया। इसके अलावा, राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद के उप निदेशक कुमुद जेकब लुगुन ने कॉम्पेटिटिव लीन स्कीम पर एक विशेष सत्र लिया। उन्होंने बताया कि इस योजना को अपनाकर उद्यमी अपनी उत्पादन क्षमता को बढा सकते हैं, लागत को नियंत्रित कर सकते हैं और दक्षता में सुधार कर सकते हैं, जिससे उनका व्यवसाय अधिक लाभदायक बन सकता है।
भिण्ड जिले के कई उद्यमियों ने इस कार्यशाला में सक्रिय रूप से भाग लिया और जेड एवं लीन स्कीम के प्रति उत्साह दिखाया। उपस्थित उद्योगपतियों ने अन्य उद्यमियों को भी इन योजनाओं से जुडने और अपने व्यवसायों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रेरित किया। जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र भिण्ड के अधिकारियों और उद्योग विशेषज्ञों ने इस कार्यशाला को क्षेत्र के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।