-कई तरह की पिचकारियां और मुखौटे मिल रहे बाजार में
भिण्ड, 12 मार्च। 13 मार्च गुरुवार को होलिका दहन के बाद 14 मार्च को रंगों की होली खेली जाएगी। शहर के विभिन्न बाजारों में इसको लेकर तैयारियां जोरों पर है। बाजारों व चौक-चौराहों पर रंग, अबीर व पिचकारी की दुकानें सजने की तैयारी में हैं। जिलेभर में होली की तैयारियां शुरू हो गई हैं। शहर के बाजार रंगों में रंग चुके हैं। दुकानदारों ने भी पिचकारियां, गुलाल और होली से जुडे सामान से दुकानों को सजा दिया है। शहर में गांव-देहात से भी लोग खरीदारी करने के लिए पहुंचने लगे हैं।
13 मार्च को होलिका दहन और 14 मार्च को रंगों की होली है। जिले भर के विभिन्न बाजारों में इसको लेकर तैयारियां जोरों पर है। बाजारों व चौक-चौराहों पर रंग, अबीर व पिचकारी की दुकानें सजने की तैयारी में हैं। यही नहीं, किराना दुकनदारों ने भी रंग, अबीर के अलग-अलग रेंज मंगाकर उसकी बिक्री शुरू कर दी है। खरीदारी के लिए लोगों की भीड उमडने लगी है। जैसे-जैसे त्योहार नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे पर्व का लोगों में उत्साह बढ़ता ही जा रहा है।
पिचकारियां भी हुई हाईटेक
पिचकारियां हाईटेक हो गई हैं। कुछ इस तरह की पिचकारियां भी आ गई हैं, जो ऑटोमेटिक चलती हैं। उनमें रंग भरने के बाद उनका बटन दबाना होगा और जब तक उनमें रंग भरा रहता है तब तक वे रंग फायर करती हैं। इसके अलावा रंग भरे छोटे-छोटे सिलेण्डर भी बाजार में बिक रहे हैं। इन सिलेण्डरों की पिन खींचते ही रंगों की फुहार शुरू हो जाती है। यह फुहार करीब आधे घंटे तक यह चलती रहती है।
बिक रहे कई तरह के मुखौटे
विभिन्न तरह के कार्टून, जैसे-डोरेमॉन, चाचा चौधरी, स्पाइडर मैन आदि तरह के मुखौटे बाजारों में बिक रहे हैं। इसके कारण शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र की दुकानों पर मुखौटा व टोपी की दुकानों पर सर्वाधिक मोदी मुखौटा की बिक्री हो रही है। झंडा बाजार में होली के रंगों-पिचकारियों और अन्य सामान के थोक विक्रेता मुकेश जैन का कहना है कि इस बार कई तरह की वैरायटी हैं और इस बार बिक्री भी अच्छी होने की उम्मीद लगाई जा रही है।
होलिका दहन का मुहूर्त
पं. कौशलेन्द्र मिश्रा बताते हैं कि होलिका दहन का मुहूर्त 13 तारीख गुरुवार को भद्रा उपरांत रात 10.44 बजे से है। उन्होंने होलिका दहन में लकडी के स्थान पर कंडों, खरपतवार, सूखी घास फूंस का इस्तेमाल करके पर्यावरण को शुद्ध बनाने की अपील की है।