हमारी धड़कनों में देश का जयगान रहता है : कीर्ति काले
साहित्यकार डॉ. अन्नपूर्णा भदौरिया की स्मृति में सम्मान समारोह एवं कवि सम्मेलन आयोजित
ग्वालियर 23 दिसम्बर:- प्रदेश की खातिनाम साहित्यकार रहीं डॉ. अन्नपूर्णा भदौरिया की स्मृति में रविवार की शाम को होटल लैंडमार्क मानिक विलास कॉलोनी ग्वालियर में सम्मान समारोह एवं कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। इस भव्य सम्मान समारोह में पुलिस अधीक्षक पुलिस प्रशिक्षण शाला तिघरा सुमन गुर्जर को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में संत कृपाल सिंह महाराज, प्रेमचंद सृजन पीठ के पूर्व निदेशक जगदीश तोमर, राज्य सूचना आयुक्त उमाशंकर पचौरी, प्रख्यात गजलकार मदन मोहन दानिश, समाजसेवी केशव पाण्डे एवं श्रीमती पुष्पा सिसोदिया मंचासीन रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मुक्ता सिकरवार ने एवं सरस्वती वंदना यशी सिंह, यग्या सिंह, मनस्वी गुप्ता, मनन गुप्ता ने प्रस्तुत की। अतिथियों का परिचय व स्वागत भाषण डॉ. लोकेश तिवारी द्वारा किया गया।
कवि सम्मेलन का संचालन नईदिल्ली से पधारीं कवियित्री डॉ. कीर्ति काले के ने किया। उन्होंने अपनी कविता इस तरह प्रस्तुत की, हमारी धड़कनों में देश का जयगान रहता है। नजर में तीन रंगों का सदा सम्मान रहता है। कनाडा, चीन, अमरीका, मॉरिशस, जर्मनी, फीजी, कहीं भी तन रहे पर मन में हिन्दुस्तान रहता है। उन्होंनें अपनी दूसरी कविता कुछ यूं सुनाई- ‘अंधकार घनघोर घिरा है सहमीं सभी दिशाएं, अनहोनी होने की बढ़ती जाती आशंकाएं। क्यों निराश होकर बैठे हम क्यों करके घबराएं, संकल्पित आशा का आओ मिलकर दीया जलाएं।। कवि शिवम सिंह सिसौदिया ने अपनी प्रस्तुति यूं दी- ‘सरयू के तट पुनीत दिव्य धाम मिले हैं। वर्षों की प्रतीक्षाओं के परिणाम मिले हैं। सदियों का था वनवास हर भरत के प्राण को, कितने सुभग जगे हैं पुन: राम मिले हैं।Ó कवियित्री शिवांगी प्रेरणा ने अपनी कविता यूं सुनाई- ‘अपना गौरव अपनी थाती अपनी पहचान को जि़न्दा रख। ओ नारी तू अपने भीतर के स्वाभिमान को जिंदा रख।।कवियित्री मनु वैशाली ने अपनी प्रस्तुति यूं दी- ‘चप्पल पहन के जिनकी चलते थे शौक से हम, तुम पूछते हो उनके पांवों में क्या रखा है। बक्सों में उन घरों के रखा है इक जमाना, तुम पूछते हो वैसे गांवों में क्या रखा है।। तत्पश्चात कवि राहुल शर्मा ने भी अपनी कविताएं प्रस्तुत कीं।
कार्यक्रम में शहर के सभी प्रतिष्ठित गणमान्य साहित्यकार प्रकाश मिश्रा, सुरेश सम्राट, घनश्याम भारती, बृजेंद्र श्रीवास्तव, राजरानी शर्मा व अन्य वरिष्ठ साहित्यकार भी सम्मिलित हुए। अंत में न्यास की ओर से अंशु सिंह ने समस्त अतिथियों का आभार व्यक्त किया है। कार्यक्रम के आयोजकों ने संस्था के सभी सदस्यों जगत शर्मा, भानु शर्मा, रविन्द्र रवि, डॉ. ज्योत्सना सिंह, लोकेश तिवारी, आद्या दीक्षित, निधि गुप्ता, राहुल सिंह, समीर सिंह, रेनू सिंह, धैर्यवर्धन सिंह एवं लक्ष्य सिंह का धन्यवाद ज्ञापित किया।