बोई गई फसल का एसडीएम एवं तहसीलदार पोर्टल पर करें सत्यापन

भिण्ड, 11 अक्टूबर। प्रभारी कलेक्टर प्रवीण फुलपगारे ने जिले के समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदारों को खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत किसानों, रकबा एवं बोई गई फसल का सत्यापन के निर्देश दिए हैं।
प्रभारी कलेक्टर प्रवीण फुलपगारे ने कहा कि ई-उपार्जन पोर्टल पर खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में समर्थन मूल्य पर धान एवं मोटा अनाज उपार्जन हेतु किसान पंजीयन के निर्देश जारी किए गए हंै। किसान पंजीयन समिति स्तर पर स्थापित पंजीयन केन्द्रों, गिरदावली किसान एप के माध्यम से करने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। जिसके अंतर्गत विगत वर्ष के पंजीयन में 50 प्रतिशत अधिक रकबा, दो हैक्टेयर से अधिक पंजीयन रकबा, सिकवी एवं बटाईदार, गिरदावरी किसान एप से पंजीकृत, अन्य के स्वामित्व की भूमि, भू-अभिलेख एवं पंजीयन में किसान के नाम में भिन्नता संबंधी सत्यापन किया जाना है। उन्होंने कहा कि उक्त श्रेणी पंजीकृत किसानों का सत्यापन ई-उपार्जन पोर्टल पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार द्वारा 22 अक्टूबर तक पंजीयन की कार्रवाई के साथ-साथ किया जाना है। जिसके अंतर्गत सर्वप्रथम सत्यापन हेतु अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं तहसीलदार/ नायब तहसीलदार का लॉगिन एवं पासवर्ड निर्मित करने हेतु डीएसओ ई-उपार्जन लॉगिन से पंजीयन की कार्रवाई की जाए। इसीप्रकार जिसमें अनुविभागीय अधिकारी राजस्व/ तहसीलदार/ नायब तहसीलदार का नाम, समग्र आईडी, मोबाईल नंबर, संबंधित क्षेत्र की प्रवृष्टि डीएसओ द्वारा की जाएगी एवं ओटीपी प्राप्त होने पर पंजीयन किया जा सकेगा।
उक्त श्रेणी के किसानों के नाम, रकबा, बोई गई फसल का विवरण ई-उपार्जन पोर्टल पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व/ तहसीलदार/ नायब तहसीलदार के लॉगिन पर उपलब्ध कराया जाएगा जिसकी जांच हेतु प्रिंटआउट निकाला जाए। किसान पंजीयन में उलेखित किसान का नाम एवं भू अभिलेखों में दस्तावेजों में नाम मिलान कराया जाए, किसान पंजीयन में उल्लेखित भूमि का रकबे का मिलान राजस्व रिकार्ड एवं बोई गई फसल का मोके पर सत्यापन राजस्व विभाग के मैदानी अमले से कराया जाए। सिकमी/ बटाईदार किसान एवं अन्य की स्वामित्व की भूमि की श्रेणी में पंजीकृत किसान एवं रकबे की पुष्टि वास्तविक भू स्वामी से एवं बोई गई फसल की मौके पर सत्यापन कराया जाए तथा उनके द्वारा किए गए अनुबंध एवं अन्य दस्तावेजों का परीक्षण कराया जाए। किसानों के सत्यापन उपरांत ही उनसे उपज की खरीदी की कार्रवाई की जाती है इस हेतु सत्यापन की कार्रवाई गंभीरता से की जाए। किसान के पंजीयन रकबा एवं फसल के सत्यापन में पाई गई स्थिति यथापंजीयन सही/ पंजीयन निरस्त/ नायब तहसीलदार द्वारा अपने लॉगिन से की जाए तदुपरांत ही पंजीयन सत्यापित माना जाएगा। ई-उपार्जन पोर्टल पर किसानों के सत्यापन की दैनिक प्रगति की जानकारी सभी लॉगिन में उपलब्ध कराई गई है।