छात्रों के व्यक्तित्व विकास में सहयोगी है, एनएसएस : चौहान

52 वां राष्ट्रीय सेवा योजना स्थापना दिवस धूमधाम के साथ आयोजित

भिण्ड, 25 सितम्बर। शा. उत्कृष्ट उमावि क्र.एक भिण्ड में शुक्रवार को एनएसएस का 52वां स्थापना दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया। प्राचार्य पीएस चौहान की अध्यक्षता में जन अभियान परिषद भिण्ड के जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह भदौरिया, समाजसेवी डॉ. शैलेन्द्र परिहार, पर्यावरणविद प्रो. इकबाल अली एवं वोकेशनल टीचर भूपेन्द्र सिंह कुशवाह मंचासीन रहे। रासेयो कार्यक्रम अधिकारी धीरज सिंह गुर्जर ने कार्यक्रम की संक्षिप्त भूमिका रखी एवं अंत में आभार प्रदर्शन पुष्पा यादव एवं रानू चौधरी ने किया।
वीणापाणि मां सरस्वती एवं प्रेरणा पुरुष स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। उठें समाज के लिए…, लक्ष्य गीत से कार्यक्रम की शुरुआत स्वयं सेवक रितु शर्मा, रानू चौधरी एवं खुशी जैन द्वारा की गई। छात्रों द्वारा स्वच्छता एवं कोविड-19 टीकाकरण पर नुक्कड़ नाटक, भाषण एवं गीत प्रस्तुत किए गए। छात्रा प्रतीक्षा ओझा एवं आस्था मिश्रा ने देशभक्ति गीत पर प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में एनएसएस का द्विवर्षीय पाठ्यक्रम 240 घण्टों के श्रमदान के साथ सफलता पूर्वक पूर्ण करने वाले छात्रों को ए सर्टिफिकेट प्रदान किए गए तथा कोविड-19 के बचाव, टीकाकरण जागरुकता स्वच्छता आदि विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट करने वाले स्वयं सेवकों को भी प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस दौरान अध्यक्षीय आसंदी से प्राचार्य पीएस चौहान ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना छात्रों के व्यक्तित्व विकास के साथ-साथ उन्हें अनुशासन और सेवा का पाठ भी पढ़ाती है। समाज सेवा द्वारा छात्रों का व्यक्तित्व विकास ही राष्ट्रीय सेवा योजना का मुख्य लक्ष्य है। जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह भदौरिया ने कहा कि एनएसएस छात्रों को जीवन जीने की कला सिखाती है। अनुशासन में रहकर मिलजुल कर कार्य करना, समाजसेवा, समरसता, राष्ट्रीयता और दायित्व निर्वहन जैसे मानवीय गुणों को छात्र स्वयं सेवकों में विकसित करती है। समाजसेवी डॉ. शैलेन्द्र परिहार ने स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि विवेकानंद युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत हैं। उन्होंने जीवन पर्यन्त समाज और राष्ट्र उत्थान के लिए कार्य किया। हमें उनकी शिक्षाओं को अपने जीवन में उतारने की जरूरत है।
पर्यावरण विद् प्रो. इकबाल अली ने कहा कि आज के छात्र कल के राष्ट्र के भविष्य हैं, इन्हें सुसंस्कारित और सुदृढ़ बनाने की जिम्मेदारी हम सबकी है। इस कार्य में एनएसएस की महती भूमिका है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता, पर्यावरण, टीकाकरण जैसी विभिन्न जन जागरुकता अभियानों में एनएसएस की बढ़-चढ़कर भागीदारी रहती है। हम पहले स्वयं को उस सांचे में ढालें, फिर दूसरों को प्रेरित करें तो परिणाम सुखद कारी होते हैं, जैसे पानी बर्बाद न करना बिजली का दुरुपयोग न करना, अपने आस-पास के परिवेश को साफ स्वच्छ रखना यह छोटी-छोटी नैतिक जिम्मेदारी बाली बातें ही जीवन में हमें महान बनाती है। कार्यक्रम में अनेक स्वयंसेवक मौजूद रहे।